उत्तर प्रदेश में अगले 3 महीनों में गाजियाबाद, नोएडा व कानपुर में स्थापित हो रही 6 कपड़ा मिलों में उत्पादन शुरू हो जाएगा। करीब 97 करोड़ रुपये निवेश से लग रही इन मिलों में 1,500 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा 10 नई कपड़ा मिलों के प्रदेश सरकार ने जमीन आवंटित कर दी है और जल्द ही इन पर भी काम शुरू हो जाएगा। वस्त्र उद्योग विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इन 10 कपड़ा मिलों में 442 करोड़ रुपये का निवेश होगा और 2713 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही गौतमबुद्धनगर में एक टेक्सटाइल पार्क तथा मथुरा में 300 करोड़ रुपये का निवेश कर स्थापित की जाने वाले एक बड़ी टेक्सटाइल मिल के लिए भी विकास प्राधिकरणों ने भूमि आवंटित कर दी है। जल्दी ही टेक्सटाइल पार्क तथा टेक्सटाइल मिलों के निर्माण का कार्य शुरू होगा। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बीते 4 वर्षों में देश के 66 बड़े उद्योगपतियों ने उत्तर प्रदेश में इस सेक्टर में 8715.16 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इन 66 टेक्सटाइल मिलों की स्थापना होने पर 5.25 लाख लोगों को रोजगार मिलना है। अब तक 66 में से 15 टेक्सटाइल मिलें राज्य में लग गई हैं। इन फैक्ट्रियों के निर्माण में 756.91 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है । वस्त्र उद्योग विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कानपुर प्लास्टिपैक लिमिटेड ने कानपुर देहात में 200 करोड़ रुपये,आरपी पॉली पैक्स ने पाली बैग के उत्पादन के लिए रनिया में 150 करोड़ रुपये, जीएलकेके इंडस्ट्री ने रूमा कानपुर में फैब्रिक उत्पादन के लिए 25 करोड़ रुपये का निवेश किया है। सृष्टि इंडस्ट्री ने कानपुर देहात में निटिंग फैक्टरी लगाई है। गैजेस अपैरल ने गारमेंट तथा अनिलिखा फैब्रिक ने होजरी क्लाथ मिल कानपुर में लगाई है। कानपुर के अलावा राजलक्ष्मी काटन मिल्स ने 50 करोड़ रुपये का निवेश कर नोएडा में रेडीमेड गारमेंट और कल्याणी इनरवियर ने गाजियाबाद में इनर गारमेंट की फैक्टरी लगाई है।
