दुनिया की दिग्गज इलेक्ट्रिक कार विनिर्माता टेस्ला ने भारत में अपने पूर्ण स्वामित्व वाले शोरूम खोलने के नियम-कायदों पर सरकार के साथ बातचीत शुरू कर दी है। कंपनी को भारत में सीधे बिक्री करने के लिए स्थानीय खरीद के नियमों समेत एकल ब्रांड खुदरा से संबंधित प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। कम से कम दो अन्य दिग्गज विदेशी कंपनियों - ऐपल और आइकिया ने भी एकल ब्रांड खुदरा के तहत खरीद के नियमों में ढील दिए जाने से पहले सरकार के साथ लंबे समय तक बातचीत की थी। स्वीडन की फर्नीचर कंपनी आइकिया ने भारत में खुदरा शोरूम खोल दिए हैं, लेकिन आईफोन बनाने वाली ऐपल ने अभी देश में अपना कोई शोरूम नहीं खोला है। पिछले साल ऐपल ने भारत के लिए अपना ऑनलाइन स्टोर शुरू किया था, लेकिन महामारी की वजह से शोरूम खोलने का विचार टाल दिया था। उत्तरी अमेरिका और एशिया प्रशांत में टेस्ला की प्रेस टीम को भेजे गए एक ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला। एकल ब्रांड खुदरा में 51 फीसदी से अधिक विदेशी हिस्सेदारी के प्रस्तावों के साथ आने वाली कंपनियों के लिए अपने माल की कीमत की 30 फीसदी खरीद भारत से करना आवश्यक है। विदेशी उद्यमों को भारत में परिचालन में सक्षम बनाने के लिए एफडीआई नियमों में बदलाव किया गया है। इनके मुताबिक एकल ब्रांड खुदरा कंपनी द्वारा भारत में की जाने वाली सभी खरीद को स्थानीय खरीद माना जाएगा, भले ही ये घरेलू या विदेशी बिक्री के लिए हों। यह नियम कहता है कि एकल ब्रांड खुदरा कारोबार (एसबीआरटी) वाली कंपनी के लिए 30 फीसदी खरीद भारत से ही करना अनिवार्य है मगर वैश्विक कारोबार के लिए भारत से की गई खरीद को भी इस 30 फीसदी में शुमार किया जा सकता है।
