हैदराबाद की हेटेरो को रॉश की दवा टोसिलिजुमैब के जेनरिक वर्सन (कोविड-19 उपचार में इस्तेमाल के लिए) को नियामकीय मंजूरी मिल गई है। हालांकि हेटेरो ने अभी अपनी दवा की कीमत घोषित नहीं की है, लेकिन इसकी पेशकश के बाद जेनेरिक वर्सन की कीमत रॉश के ब्रांड एक्टेम्रा के मुकाबले सस्ती होने की संभावना बढ़ जाएगी। एक्टेम्रा की एक खुराक की कीमत 40,600 रुपये है। प्रत्येक मरीज को कम से कम दो खुराक की जरूरत होती है। इस दवा को टोसिरा ब्रांड के तहत इस महीने पेश किए जाने की संभावना है। एक्टेम्रा रॉश से लाइसेंस के तहत सिप्ला द्वारा आयातित और वितरित की जाती है। उद्योग के अधिकारियों ने संकेत दिया है कि सिप्ला अब एक्टेम्रा की कीमत की समीक्षा कर सकती है। टोसिलिजुमैब दवा अस्पताल में भर्ती उन कोविड-19 मरीजों को दी जाती है, जो कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स ले रहे होते हैं और उन्हें पूरक ऑक्सीजन, गैर-इन्वेसिव या इन्वेसिव मैकेनिकल वेंटीलेशन, या एक्स्ट्राकॉरपोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन की जरूरत होती है। भारत में टोसिरा की बिक्री हेटेरो की सहायक कंपनी हेटेरो हेल्थकेयर द्वारा की जाएगी, जबकि हेटेरो की बायोलॉजिक्स इकाई हेटेरो बायोफार्मा हैदराबाद के जडचेरला में अपनी इकाई में इस दवा का निर्माण करेगी।हेटेरो गु्रप के चेयरमैन बी पार्था सारधी रेड्डी ने कहा, 'हम भारत में टोसिरा को मंजूरी मिलने से उत्साहित हैं। इससे कोविड देखभाल के लिए महत्वपूर्ण चिकित्सा मुहैया कराने की हमारी तकनीकी क्षमताओं और प्रतिबद्घताओं का पता चलता है।' रेड्डी ने कहा, 'यह मंजूरी टोसिलिजुमैब की वैश्विक किल्लत को देखते हुए भारत में आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हम समान वितरण सुनिश्चित करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे।'
