दिल्ली में टीका लगने की पात्र एक चौथाई आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है यानी टीके के पात्र 25 फीसदी दिल्ली वालों को कोरोना टीके की दोनों खुराक लग चुकी हैं। करीब 64 फीसदी को टीके की पहली खुराक लग चुकी है। हालांकि दिल्ली सरकार ने जुलाई तक दिल्ली में सबको टीका लगाने का लक्ष्य रखा था। लेकिन टीके की कम उपलब्धता के कारण सरकार इस लक्ष्य से पिछड़ गई है। अब सरकार अगले डेढ़ से दो महीने में 18 टीके लगने के पात्र सभी दिल्ली वालों को टीके की पहली खुराक लगाने का लक्ष्य रखा है। दिल्ली में 18 साल से ज्यादा उम्र के करीब 1.5 करोड़ आबादी टीका लगने के पात्र है। इनमें इसमें करीब 92 लाख लोग 18 से 44 आयु वर्ग वाले, जबकि करीब 57 लाख लोग 45 व इससे ज्यादा आयु वर्ग वाले हैं। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब तक दिल्ली में करीब 38.23 लाख लोगों को कोरोना टीके की दोनों खुराक लग चुकी हैं, जो टीके लगने योग्य आबादी का करीब 25 फीसदी हिस्सा है। इस तरह दिल्ली में एक चौथाई आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है । दिल्ली में 95.44 लाख से ज्यादा पात्र आबादी को टीके की पहली खुराक लग चुकी है। जो कुल पात्र आबादी का करीब 64 फीसदी है। अब तक पहली और दूसरी खुराक मिलाकर कुल 1.33 करोड़ टीके लग चुके हैं, जबकि दिल्ली में करीब 3 करोड टीके लगने हैं। दिल्ली सरकार टीकाकरण शुरू होने के समय तय किए गए लक्ष्य से पीछे चल रही है। उस समय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगले तीन महीने यानी जुलाई तक सभी दिल्ली वालों को टीका लगा दिया जाएगा। दिल्ली सरकार के एक अधिकारी का कहना है कि इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए दिल्ली सरकार ने अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन लक्ष्य पूरा करने के लिए केंद्र सरकार से टीके ही उपलब्ध नहीं हो पाए। अब जिस तरह से अगस्त में टीके मिले हैं, इसी तरह आगे मिलते रहे तो अगले डेढ़ से दो महीने में 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी पात्र दिल्ली वालों को टीके की पहली खुराक लगा दी जाएगी। अगस्त में 33 लाख से अधिक यानी औसतन हर रोज एक लाख से ज्यादा टीके लगे हैं।
