जिंसों के ऊंचे दामों, कलपुर्जों की किल्लत और कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर की आशंका के बावजूद पैकेटबंद उत्पाद, घरेलू उपकरणों और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स के विनिर्माता आगामी त्योहारी सीजन के दौरान कारोबार में 12 से 25 फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं। पिछले करीब डेढ़ साल में अड़चनें झेलने के बाद अब विनिर्माता अपने स्टॉक के बेहतर प्रबंधन, अपनी आपूर्ति शृंखला में उचित स्टॉक रखने और कोविड से संबंधित किन्हीं प्रतिबंधों के असर को कम से कम रखने को लेकर आश्वस्त हैं। वे त्योहारी सीजन की तैयारी कर रहे हैं, जिसका आम तौर पर उनकी सालाना बिक्री में 25 से 35 फीसदी योगदान होता है। घरेलू उपकरण (होम अप्लायंस) क्षेत्र को ही लेते हैं। एयर कंडिशनर (एसी), फ्रिज और वॉशिंग मशीन के विनिर्माता अप्रैल-जून तिमाही खराब रहने के बाद आगामी महीनों में अपना कारोबार 15 से 20 फीसदी बढऩे की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि अहम कलपुर्जों की कीमतें आसमान छू रही हैं और चीन तथा ताइवान से आपूर्ति एक प्रमुख चिंता बनी हुई है। ऐसे में प्रमुख घरेलू उपकरण विनिर्माताओं ने तगड़ी त्योहारी बिक्री की उम्मीद में स्टॉक तैयार करना शुरू कर दिया है। गोदरेज अप्लायंसेज के कार्यकारी उपाध्यक्ष कमल नंदी ने कहा कि अभी वर्क फ्रॉम होम चल रहा है, इसलिए उपभोक्ताओं की अच्छे उपकरणों की मांग बढ़ेगी। उन्होंने कहा, 'जून तिमाही में अत्यधिक अवरोधों के बाद उपभोक्ता उन चीजों की खरीद के लिए त्योहारी ऑफर का इंतजार कर रहे हैं, जिन्हें वे पहले नहीं खरीद पाए। अर्थव्यवस्था उबर रही है, इसलिए बोनस और त्योहारी खरीद के रुझान से निश्चित रूप से बिक्री में वृद्धि होगी।' दिग्गज कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स जून में लॉकडाउन में ढील के बाद रफ्तार पकड़ चुकी है और अब उसकी बिक्री 20 फीसदी की दर से बढ़ रही है। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया में उपाध्यक्ष (कॉरपोरेट योजना) दीपक बंसल ने कहा, 'हम कुछ नए उत्पाद पेश करेंगे, जो उपभोक्ताओं के लिए लाभकारी होंगे। हमें अच्छी बिक्री की पूरी उम्मीद है क्योंकि हम पहले ही कारोबारी माहौल में सुधार देख सकते हैं।' कंपनी मुंबई में नए ब्रांडेड शोरूमों से अपनी बाजार मौजूदगी बढ़ा रही है। सैमसंग इंडिया भी नए उत्पाद पेश कर रही है और ग्राहकों को लुभाने के लिए लॉयल्टी योजना मुहैया करा रही है। इस बार गर्मियों के मुख्य महीनों में इस उद्योग की बिक्री ना के बराबर रही, जबकि उस अवधि में करीब 40 फीसदी अप्लायंस बिक्री होती है। ऐसे में अब विनिर्माताओं ने आसान कर्ज और कॉम्बो ऑफर मुहैया कराने के लिए उपभोक्ता ऋण कंपनियों के साथ गठजोड़ किया है। नंदी का अनुमान है कि इस साल बाजार 15 फीसदी से अधिक बढ़ेगा। हालांकि एसी और फ्रिज के लिए कम्प्रेशर, स्मार्ट टेलीविजन, नोटबुक, स्मार्टफोन एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों में इस्तेमाल होने वाली चिपसेट जैसे कलपुर्जों की किल्लत तीन लाख करोड़ रुपये के उद्योग के लिए एक प्रमुख चिंता बनी हुई है। कोडक एवं थॉमसन स्मार्ट टीवी की विनिर्माता और ब्रांड लाइसेंसी सुपर प्लास्ट्रोनिक्स के सीईओ अवनीत सिंह मारवाह के मुताबिक, चिपसेट की किल्लत से आगामी महीनों में टीवी सेट की आपूर्ति की दिक्कत पैदा हो सकती है।
