एचएनआई पर उल्टा पड़ा आईपीओ दांव | एश्ली कुटिन्हो / मुंबई August 24, 2021 | | | | |
इस साल बाजार में बड़ी तादाद में आए आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (आईपीओ) में धनी (एचएनआई) निवेेशकों ने जमकर मुनाफा कमाया। लेकिन इस महीने उनके ज्यादातर दांव कामयाब नहीं रहे। इस साल जुलाई तक शेयर बाजार में दस्तक देने वाली 19 कंपनियों में से 14 में इन निवेशकों को आगाज के दिन ही कमाई हुई। कह सकते हैं कि चार नए सूचीबद्घ शेयरों में पैसा लगाने पर तीन शेयरों ने तगड़ा प्रतिफल दिया।
लेकिन अगस्त में समीकरण पलट गया। आठ सूचीबद्ध शेयरों में से अभी तक छह घाटे में हैं। रोलेक्स रिंग्स, कारटेक ट्रेड, ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज और कृष्णा डायग्नोस्टिक्स के शेयर 46 रुपये से 210 रुपये तक घाटे में हैं। मंगलवार को सूचीबद्ध एप्टस वैल्यू हाउसिंग फाइनैंस का शेयर पहले दिन ही 25 से 50 रुपये तक नुकसान में रहा। पिछले सप्ताह कृष्णा डायग्नोस्टिक्स और विंडलास बायोटेक के साथ ही सूचीबद्ध होने होने वाले देवयानी इंटरनैशनल और एक्सारो टाइल्स ही केवल ऐसे शेयर हैं, जो इस महीने मामूली बढ़त पर हैं। सेंट्रम कैपिटल में पार्टनर (ईसीएम) प्रांजल श्रीवास्तव ने कहा, 'सूचीबद्ध सार्वजनिक पेशकश कीमत (पीओपी) ने उम्मीदों को गलत साबित किया है, जिसने बहुत से निवेशकों को भी चौंकाया है।' उन्होंने कहा, 'इसके बावजूद अगर एचएनआई ने इस साल सभी आईपीओ में निवेश किया है तो वे फायदे में होंगे।' कुल मिलाकर इस साल के 27 आईपीओ में से 16 में धनी निवेशकों को फायदा मिला है। नुकसान वाले 11 आईपीओ में सात में एचएनआई कोटे को 100 गुना से अधिक बोलियां मिली थीं। विश्लेषण में वे सार्वजनिक पेशकश ही शामिल की गई हैं, जिनमें गैर-संस्थागत या एचएनआई श्रेणी के लिए बोलियां पेशकश की तुलना में तीन गुना से अधिक थीं। कर्ज की दर 7 से 9 फीसदी मानी गई है।
विशेषज्ञों ने कहा कि आम तौर पर उधार लेकर आईपीओ में बड़ी राशि इस सोच के साथ लगाई जाती है कि शेयर सूचीबद्ध होते ही चढ़ेगा और वे पहले दिन ही निकल जाएंगे। प्राइम डेटाबेस के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया ने कहा, 'यह जुआ है और शेयर में उछाल से ब्याज लागत की भरपाई नहीं होती या बढ़त ही नहीं आती तो दांव उलटा पड़ जाता है। यह तरीका अपनाने वाले निवेशक कंपनी फंडामेंटल या इसकी लंबी अवधि की संभावनाएं नहीं देख रहे हैं क्योंकि वे सूचीबद्धता पर बिकवाली की योजना बनाते हैं। बाजार में तेजी का रुझान होने के कारण पिछले कुछ महीनों में यह रणनीति बहुत से एचएनआई के लिए कारगर रही है।' सूचीबद्धता पर बढ़त का अनुमान लगाना विज्ञान नहीं है और कंपनी के निहित मूल्य, गैर-सूचीबद्ध शेयरों की मांग-आपूर्ति के समीकरण एवं समग्र बाजार के रुझान का सूचीबद्धता के बाद बढ़त पर असर पड़ सकता है।
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