थप्पड़ वाले बयान पर राणे गिरफ्तार | सुशील मिश्र / August 24, 2021 | | | | |
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान और उनकी गिरफ्तारी पर सियासी बवाल मच गया है। राणे की गिरफ्तारी को भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र की हत्या करार दे रही है तो शिवसेना केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही है। शिवसेना और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच कई जगह झड़प भी हुईं। शिवसेना-भाजपा के टकराव का यह राजनीतिक भूचाल फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है।
महाराष्ट्र पुलिस ने थप्पड़ वाले बयान के मामले में मंगलवार को राणे को गिरफ्तार कर लिया। राणे को पहले चिपलून से हिरासत में लिया गया था, उसके बाद कागजी कार्यवाही पूरी कर गिरफ्तार कर लिया गया। राणे के खिलाफ राज्य के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किये गए हैं। राणे की गिरफ्तारी के बाद भाजपा अपने नेता के समर्थन में खुलकर सामने आ गई। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट किया कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा राणे की गिरफ्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है। इस तरह की कार्यवाही से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे। भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान हैं। हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेगी। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि यह गंभीर मामला है और चिंता का विषय है। यह लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कुछ शब्द ऐसे जरूर कहे होंगे, जिनसे बचा जा सकता है। लेकिन क्या उद्धव सरकार की यही सहनशीलता है, क्या यही कानून है?
महाराष्ट्र के कुछ मंत्री कह रहे हैं कि कानून का पालन करना होगा, लेकिन क्या भाजपा के दफ्तरों पर पथराव कानूनन है? क्या लोगों की जान को जोखिम में डालना ही कानूनन है? एक मंत्री पर 30-40 एफआईआर करना क्या कानूनन है? महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि हर सांसद के कुछ अधिकार होते हैं। उन अधिकारों का हनन हुआ है। लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति को इस मामले में हमारे सभी सांसद याचिका सौंपेंगे। राणे की गिरफ्तारी से पता चलता है कि एमवीए सरकार डरी हुई है। उन्होंने कहा कि शिव सेना के उन नेताओं के साथ क्या किया जा रहा है, जो एक संवैधानिक पदाधिकारी राज्यपाल के खिलाफ लगातार टिप्पणी करते रहे हैं। वहीं शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने कहा है कि गिरफ्तारी के बाद राणे को इस्तीफा दे देना चाहिए। राउत ने कहा कि उन्हें संविधान के प्रति कुछ आदर दिखाना चाहिए। उन्होंने जो कहा वह घृणास्पद था और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसे नजरअंदाज कर दिया था, मगर उन्होंने जो कहा उसका उन्हें खमियाजा भुगतना पड़ेगा।
भाजपा दफ्तरों में शिवसैनिकों द्वारा किए गए पथराव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा दफ्तरों को निशाना बनाया तो प्रतिक्रिया होगी, हम इसके लिए सक्षम हैं। फडणवीस ने कहा है कि यह देखकर हैरानी हुई कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला करने वाले शिवसेना कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि उन्होंने ठाकरे के निर्देश पर कार्रवाई की है। बंगाल की तरह महाराष्ट्र में राज्य प्रायोजित हिंसा हो रही है। वह ठाकरे पर राणे के बयान के समर्थन नहीं करते लेकिन पार्टी उनके साथ खड़ी है। महाराष्ट्र में शरजील उस्मानी ने भारत मां को गाली दी लेकिन उस पर एफआईआर दर्ज नहीं हुई, लेकिन राणे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
हिरासत में लिए जाने से पहले राणे ने अपनी टिप्पणी को लेकर दर्ज प्राथमिकियों को चुनौती देते हुए मंगलवार को बंबई उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर गिरफ्तारी से संरक्षण का अनुरोध किया। याचिका में प्राथमिकी रद्द करने के लिए निर्देश देने का आग्रह किया गया है।
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