महामारी के कारण जीवनशैली में आए बदलावों के कारण भारतीय कपड़ा निर्यातकों को चालू वित्त वर्ष में 20 से 25 फीसदी की वृद्घि होने का अनुमान है। यह जानकारी रेटिंग एजेंसी इक्रा की एक रिपोर्ट से सामने आई है।
पिछले एक वर्ष से घरेलू सुधार उत्पादों की मांग में तेज उछाल के लिए जिम्मेदार रहे कारक अब भी बने हुए हैं और वित्त वर्ष 2022 की शेष तिमाहियों में भी मांग की गति बरकरार रहने की उम्मीद है। पिछली तीन तिमाहियों से मांग में गति बनी हुई है। बहरहाल, इस वर्ष मजबूत त्योहारी मांग की उम्मीद और प्रमुख बाजारों में हो रहे जबरदस्त टीकाकरण का संदेश भारतीय घरेलू कपड़ा निर्यातकों के स्वस्थ ऑर्डर बुक स्थिति में नजर आता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इक्रा के नमूने में शामिल कंपनियों ने वित्त वर्ष 2022 में 20 से 25 फीसदी की जबरदस्त दो अंकों की वृद्घि की उम्मीद जताई है।
नमूने में शामिल कंपनियों में बड़ी और सूचीबद्घ कंपनियां हैं जिनकी देश के घरेलू कपड़ा निर्यातों में 35 से 40 फीसदी हिस्सेदारी है। इक्रा में कॉर्पोरेट सेक्टर रेटिंग्स के वरिष्ठï उपाध्यक्ष और सह-समूह प्रमुख पवेथरा पोन्नियाह ने कहा, 'पिछली तीन तिमाहियों से सैंपल सेट की बिक्री का औसत कोविड से पूर्व की तीन वर्ष की अवधि के औसत से 25 से 40 फीसदी अधिक है। घरेलू कपड़ा निर्यातों का खंड महामारी के प्रभाव से सबसे पहले बाहर निकलने वाले खंडों में है।'