करीब 2 अरब डॉलर के कारोबार वाली औषधि कंपनी ल्यूपिन धीरे-धीरे इनहेलेशन दवाओं का एक दमदार पोर्टफोलियो तैयार कर रही है ताकि वैश्विक स्तर पर जटिल जेनेरिक इनहेलेशन दवा बाजार को भुनाया जा सके। कंपनी श्वसन श्रेणी की कई दवाओं के साथ चीन के बाजार में दस्तक देने के लिए विनिर्माण साझेदारों की तलाश कर रही है। इनमें से कुछ दवाओं को वह विनियमित बाजारों में पहले ही उतार चुकी है जबकि कुछ अन्य को उतारने की तैयारी में है। ल्यूपिन की मुख्य कार्याधिकारी विनीता गुप्ता ने कहा कि कंपनी पिछले पांच-छह वर्षों से इनहेलेशन दवाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक जटिल जेनेरिक श्वसन पोर्टफोलियो तैयार करने के लिए काम कर रही है। कंपनी इनहेलेशन दवाओं पर अपने अनुसंधान एवं विकास (आरऐंडडी) खर्च का करीब 10 फीसदी रकम का उपयोग करती है। गुप्ता ने विस्तार से बताया कि ल्यूपिन चीन में एक विनिर्माण संयंत्र के लिए साझेदार की तलाश कर रही है। उन्होंने कहा, 'चहल में कुछ बड़ा करने के लिए आपको स्थानीय विनिर्माण संयंत्र की आवश्यकता होगी। इसलिए हम एक ऐसे साझेदार की तलाश कर रहे हैं जिनके पास विनिर्माण संयंत्र हो अथवा वहां एक विनिर्माण संयंत्र में निवेश के इच्छुक हों।' उन्होंने कहा कि ल्यूपिन को चीन में अगले चार से पांच वर्षों में अपनी पहली दवा के आने की उम्मीद है। चीन के बाजार में प्रवेश के लिए कंपनी ने जेनेरिक लुफोरबेक (ब्रिटेन में पहले ही मंजूरी मिल चुकी है) और जेनेरिक स्पिरिवा (यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के लिए आगामी दवा) जैसी दवाओं की पहचान की है। इनहेलेशन दवाओं में जबरदस्त अवसर मौजूद है और इसके वैश्विक बाजार का आकार करीब 38 अरब डॉलर का है। अमेरिका श्वसन संबंधी दवाओं का सबसे बड़ा बाजार है जिसका वैश्विक राजस्व में 75 फीसदी हिस्सेदारी है।गुप्ता ने बताया कि चीन के अलावा कंपनी ने अपने इनहेलेशन पोर्टफोलियो को भुनाने के लिए वैश्विक योजनाएं तैयार की हैं। उन्होंने कहा, 'हमने भौगोलिक क्षेत्र पर आधारित विशेष पोर्टफोलियो की पहचान की है और अब दवाओं को लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं। अमेरिका में श्वसन संबंधी दवाओं के लिए सबसे अधिक अवसर मौजूद है। इसके अलावा हमें यूरोप, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और चीन में उल्लेखनीय अवसर दिख रहे हैं।'
