बीएस बातचीत देश की अग्रणी इंजीनियरिंग, निर्माण एवं विनिर्माण कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) ने पिछले महीने अपने शुद्ध लाभ में दोगुना से अधिक वृद्धि दर्ज की थी। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी एसएन सुब्रमण्यन ने ज्योति मुकुल एवं अदिति दिवेकर से बातचीत में विभिन्न कारोबारी श्रेणियों से कंपनी की अपेक्षा एवं लागत प्रबंधन के प्रयास सहित विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। पेश हैं मुख्य अंश:एलऐंडटी वैश्विक महामारी से पहले के स्तर की वृद्धि तक पहुंचने से कितनी दूर है? क्या आपको लगता है कि आगामी तिमाहियों में वृद्धि की रफ्तार बरकरार रहेगी? वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही के दौरान भारत को कोविड वैश्विक महामारी की दूसरी लहर का सामना करना पड़ा। इस दौरान संक्रमण और मौत दोनों मोर्चे पर आंकड़े पहली लहर के मुकाबले काफी अधिक थे। तमाम चुनौतियों के बावजूद हमारे समूह के ऑर्डर प्रवाह और राजस्व में क्रमश: 13 फीसदी और 38 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। हमारा करोपरांत लाभ (पीएटी) एक साल पहले की समान तिमाही के मुकाबले 4 गुना अधिक रहा। कोविड की दूसरी लहर और लॉकडाउन संबंधी पाबंदियों में काफी सुधार हुआ है। ऐसे में निश्चित तौर पर आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है। सरकार अपने राजकोषीय संसाधन और भारतीय रिजर्व बैंक अपनी उपयुक्त मौद्रिक नीति के साथ वृद्धि में सुधार को रफ्तार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम वित्त वर्ष 2022 ऑर्डर प्रवाह और राजस्व के लिए अपने वृद्धि अनुमान पर कायम हैं। इनपुट लागत संबंधी दबाव के बावजूद हमारे प्रमुख कारोबार का मार्जिन पिछले साल के स्तर पर बरकरार रहेगा।वित्त वर्ष 2022 में परियोजनाओं के निष्पादन की स्थिति कैसी रहेगी? हमारे समूह का ऑर्डर बुक 3.23 लाख करोड़ रुपये पर कंपनी के इतिहास की रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब है। विस्तृत एवं विविधतापूर्ण ऑर्डर बुक से कई वर्षों के लिए राजस्व के अवसर मिलते हैं। हमाराा करीब 80 फीसदी ऑर्डर बुक घरेलू बाजार के लिए जबकि शेष अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए। हमारे ऑर्डर बुक में सार्वजनिक क्षेत्रों का उल्लेखनीय योगदान है। इस प्रकार के चुनौतीपूर्ण समय में बहीखाते पर सरकारी जोखिम को लेना अच्छी बात है।कंपनी की वृद्धि के मुख्य वाहक क्या होंगे? रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए पूंजी के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना सबसे अच्छा तरीका है। हम केंद्र, राज्य और सार्वजनिक उपक्रमों में पूंजीगत खर्च के अवसर देख रहे हैं। मौजूदा सरकार ने इस तथ्य पर जोर दिया है कि निवेश संबंधी खर्च से आर्थिक सुधार को रफ्तार मिल सकती है। हमारा मानना है कि नैशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन में निर्धारित अपने लक्ष्य को व्यापक तौर पर हासिल करेगी। बजट में वित्त मंत्री ने भी इस बात का उल्लेख किया था कि अगले कुछ वर्षों के लिए राजकोषीय सुदृढीकरण के लक्ष्यों को आसान रखा जाएगा ताकि आर्थिक सुधार को अधिक रफ्तार दी जा सके।विनिर्माण, निर्माण एवं परिचालन (एमसीओ) खर्च में 67 फीसदी की वृद्धि के प्रमुख कारण क्या हैं? एमसीओ खर्च में भिन्नता हमारी पूर्व-सेवाओं और रियायत कारोबार में गतिविधि के स्तर वृद्धि को प्रतिबिंबित करता है। पिछले वर्ष के मुकाबले हमारी पूर्व-सेवाओं और रियायती राजस्व में 57 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हम एक रूढि़वादी कंपनी हैं और हम नौकरियों पर मार्जिन को तब तक नहीं पहचानते हैं जब तक वह 25 फीसदी की सीमा को पार कर जाए।
