हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनैंस कॉरपोरेशन (एचडीएफसी) का शुद्ध लाभ जून तिमाही में सालाना आधार पर मामूली घट गया, जिसकी वजह कर खर्च व कर्मचारी को दिए जा रहे लाभ में बढ़ोतरी है। एकल आधार पर कंपनी का शुद्ध लाभ जून तिमाही में 3,000.67 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 3,051.52 करोड़ रुपये रहा था। बीएसई को भेजी सूचना में कंपनी ने ये बातें कही है। कंपनी का शेयर बीएसई पर सोमवार को 0.88 फीसदी की बढ़त के साथ 2,462.3 रुपये पर बंद हुआ। एचडीएफसी ने एक बयान में कहा कि पहली तिमाही के मुनाफे के आंकड़े सीधे तौर पर पिछले साल से तुलनायोग्य नहीं है, जिसकी वजहों में इस साल 23.1 फीसदी की प्रभावी कर की दर शामिल है, जो पिछले साल 15.4 फीसदी रही थी। तिमाही में कुल कर खच4 903.90 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 555.31 करोड़ रुपये रहा था। निवेशों की बिक्री से कंपनी का लाभ पहली तिमाही में घटकर 263 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,241 करोड़ रुपये रहा था। लाभांश से कंपनी को 16 करोड़ रुपये की आय हुई, जो पहले 298 करोड़ रुपये रही थी। साथ ही एम्पलॉयी स्टॉक ऑपप्शन पर खर्च बढ़कर 146 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो एक साल पहले एक करोड़ रुपये था। कंपनी की शुद्ध ब्याज आय तिमाही में 22 फीसदी बढ़कर 4,147 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 3,392 करोड़ रुपये रहा था। वैयक्तिक कर्ज पर कुल संग्रह जून तिमाही में कोविड पूर्व स्तर पर पहुंच गया। जून तिमाही में य ह 98.3 फीसदी रहा, जो मार्च तिमाही में 98 फीसदी र हा था। शुद्ध ब्याज मार्जिन इस अवधि में 3.7 फीसदी रहा। कोरोना के कारण कारोबारी व्यवधान के बावजूद वैयक्तिक लोनबुक की रफ्तार 22 फीसदी रही। कंपनी की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां जून के आखिर में बढ़कर 5.74 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो एक साल पहले 5.31 लाख करोड़ रुपये रही थी। वैयक्तिक कर वितरण इस अवधि में 181 फीसदी बढ़ी।इमामी का पीएटी 96.5 फीसदी बढ़ा प्रमुख एफएमसीजी कंपनी इमामी ने 30 जून 2021 को समाप्त तिमाही के दौरान समेकित आधार पर 77.79 करोड़ रुपये का करोपरांत लाभ (पीएटी) दर्ज किया। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 39.58 करोड़ रुपये का करोपरांत लाभ दर्ज किया था। इस प्रकार तिमाही के दौरान कंपनी के करोपरांत लाभ में 96.53 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। तिमाही के दौरान कंपनी का करोपरांत लाभ मार्जिन 350 आधार अंक बढ़कर 11.8 फीसदी हो गया। इस दौरान परिचालन राजस्व एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 37.31 फीसदी बढ़कर 660.95 करोड़ रुपये हो गया। इमामी के निदेशक मोहन गोयनका ने कहा कि तमाम चुनौतियों के बावजूद कंपनी ने एक सबसे अधिक लाभप्रद तिमाही नतीजा जारी किया है। उन्होंने कहा, 'हमारी लाभप्रदता न केवल आधार तिमाही के मुकाबले अधिक है बल्कि यह वित्त वर्ष 2020 की सामान्य पहली तिमाही के मुकाबले काफी बेहतर है।' तिमाही के दौरान कंपनी का घरेलू कारोबार की शुद्ध बिक्री में करीब 42 फीसदी का इजाफा हुआ। कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान लगभग सभी प्रमुख ब्रांडों ने 50 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की। जबकि लॉकडाउन के कारण नवरात्रा ब्रांड में महज 21 फीसदी की वृद्धि हुई। तिमाही के दौरान संगठित खुदरा श्रेणी में 63 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जबकि ई-कॉमर्स श्रेणी में 3.7 गुना बढ़ोतरी हुई। कंपनी के अंतरराष्ट्रीय कारोबार की शुद्ध बिक्री में करीब 17 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।आरबीएल बैंक को शुद्ध नुकसान निजी क्षेत्र के आरबीएल बैंक ने जून तिमाही में 459 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान दर्ज किया है, जिसकी वजह एकबारगी का उच्च प्रावधान है, जो प्रावधान कवरेज अनुपात को 60 फीसदी से ऊपर ले जाने के लिए किया गया है। एक साल पहले की समान अवधि में बैंक ने 141 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। बैंक ने कहा कि अगली तिमाही में वह लाभ में लौट जाएगा और वित्त वर्ष के अगले नौ महीने में इस नुकसान की भरपाई भी कर लेगा। बैंंक ने यह भी कहा कि वह आंतरिक नियो बैंंकिंग पहल प्रोजेक्ट अबैकस 3 एक्स को आगे ले जा रहा है ताकि अपने ग्राहकों का आधार अगले 3-4 साल में 1.2 से 1.4 करोड़ पर पहुंचा सके। बैंंक की शुद्ध ब्याज आय सालाना आधार पर 7 फीसदी घटकर 1,041 करोड़ रुपये रह गई, लेकिन अन्य आय 108 फीसदी बढ़कर 695 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन 4.36 फीसदी रहा, जो क्रमिक आधार पर 19 आधार अंक ज्यादा है। फंड की लागत में लगातार हो रही कटौती से मार्जिन बढ़ा। जून तिमाही में कुल प्रावधान बढ़कर 1,426 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बैंक का सकल एनपीए पहली तिमाही में 4.99 फीसदी पर पहुंच गया, मार्च तिमाही में 4.34 फीसदी था। शुद्ध एनपीए 2.01 फीसदी रह गया, जो मार्च तिमाह में 2.12 फीसदी था। बीएस सीडीएसएल का कर पश्चात लाभ पहली तिमाही में 37 फीसदी बढ़ा प्रमुख डिपॉजिटरी सेवा सीडीएसएल ने सोमवार को कहा कि जून 2021 को समाप्त तिमाही में उसका समेकित कर पश्चात लाभ (पीएटी) 37 फीसदी बढ़कर 63.99 करोड़ रुपये हो गया। सीडीएसएल ने एक बयान में कहा कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसने 46.72 करोड़ रुपये का पीएटी दर्ज किया था। समीक्षाधीन तिमाही में सीडीएसएल की कुल आय 51 फीसदी बढ़कर 129.79 करोड़ रुपये हो गई जो जून 2020 को समाप्त तिमाही में 86.01 करोड़ रुपये थी। सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (सीडीएसएल) ने जुलाई 2021 में चार करोड़ डीमैट खाते पंजीकृत किए। सीडीएसएल के एमडी और सीईओ नेहल वोरा ने कहा, पूंजी बाजार में वृद्धि जारी है, जो मुख्य रूप से निवेशकों की बढ़ती भागीदारी के कारण है। भाषा
