कॉग्निजेंट द्वारा अपनी तिमाही परिणाम घोषित किए जाने के एक दिन बाद कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजिज के अध्यक्ष (डिजिटल व्यवसाय एवं टेक्नोलॉजी) और चेयरमैन राजेश नांबियार ने नेहा अलावधी के साथ बातचीत में आगामी तिमाहियों में कंपनी की विकास योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। पेश हैं उनसे हुई बातचीत के मुख्य अंश: नई नियुक्तियों को लेकर आपकी क्या योजना है? हम यह सुनिश्चित करने के लिए बड़ी तादाद में नियुक्तियां करेंगे कि हमारे पास मजबूत प्रतिभाएं उपलब्ध हों। हम इस तिमाही में 100,000 लैटरल नियुक्तियां करेंगे। हम नई डिजिटल क्षमताओं में करीब 95,000-100,000 लोगों को प्रशिक्षित करेंगे। हम 30,000 नए स्नातकों को नियुक्त करने की भी संभावना तलाश रहे हैं। हमने इस साल 45,000 नए स्नातकों को नौकरियों की पेशकश की है और वे अगले साल हमारे साथ जुड़ जाएंगे।क्या आप मानते हैं कि 100,000 लैटरल नियुक्तियों का यह लक्ष्य पूरा करने के लिए आपके लिए बाजार में पर्याप्त लोग मौजूद हैं? इसका आधे से ज्यादा लक्ष्य पहले ही हासिल हो गया है, क्योंकि हम अभी वर्ष के मध्य में हैं। पिछली तिमाही सर्वाधिक लैटरिंग नियुक्तियों में से एक रही। डिजिटल प्रतिभाओं के लिए बाजार काफी प्रतिस्पर्धी है, जिससे कुल लोगों की मांग और आपूर्ति के बीच असंतुलन पैदा हो रहा है। जरूरी मांग से जुड़े कुछ कौशल मौजूदा समय में एसएएएएस क्षमताएं, डिजिटल इंजीनियरिंग, और फुल स्टैक इंजीनियर हैं।ऐसी कौन सी चीजें हैं, जिनके संबंध में आप प्रतिभाओं को बनाए रखने पर जोर दे रहे हैं? हमने सैकड़ों नियोक्ता अपने साथ जोड़े हैं और इसलिए रिकॉर्ड संख्या में नियुक्तियों करना चाहेंगे। हमने नौकरियों में बदलाव पर भी ध्यान दिया है और अपने कनिष्ठ सहयोगियों के लिए कुछ उच्च शिक्षा कार्यक्रम पेश किए हैं, जिसका मतलब है कि यदि वे किसी तरह की शिक्षा चाहेंगे तो वे यह कार्य नौकरी पर रहते हुए कर सकेंगे। 1 अक्टूबर से हम मेरिट सायकल पर अमल करेंगे।ग्राहकों से कैसी प्रतिक्रिया मिल रही है? अपना परिदृश्य बढ़ाने की मुख्य वजह क्या हैं? मांग को लेकर स्थिति अब काफी अच्छी दिख रही है और हालात काफी अलग और मजबूत हैं। हम व्यापक आधार पर अच्छी तेजी देख रहे हैं। मेरा मानना है कि हमें मांग को लेकर कोई समस्या नहीं हो रही है, क्योंकि बुकिंग में 12 प्रतिशत की वृद्घि हुई है, जिससे हमारा भरोसा मजबूत हुआ है।क्या आपको यात्राएं तेज होने और लोगों द्वारा कार्य के लिए आने जाने का सिलसिला जल्द शुरू होने की संभावना दिख रही है? यह काफी हद तक मौजूदा महामारी की गति पर निर्भर है। उदाहरण के लिए भारत को ही ले लीजिए। यहां हम इसका फैसला लेने में सक्षम नहीं हैं कि किस समय हमारे कार्यालय खुलेंगे। हम निश्चित तौर पर यह जानते हैं कि कार्यालय खोलने के लिए हम जल्दबाजी नहीं दिखाएंगे, हमें इंतजार करो और देखों की रणनीति पर अमल करना होगा। यदि तीसरी लहर (वैसे मुझे इसका आशंका नहीं है) आई तो यह बड़ा नकारात्मक बदलाव होगा, क्योंकि यह नए वैरिएंट से जुड़ी होगी। भारत से ज्यादातर लोग यात्रा पर प्रतिबंधों की वजह से अमेरिका का दौरा भी नहीं कर सकते हैं। टीकाकरण का अहम योगदान होगा।
