संसद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने टीके की खरीद और टीकाकरण की पूरी प्रक्रिया से जुड़ी अतिरिक्त लागत के लिए 97 अरब रुपये से अधिक खर्च किए हैं। शुक्रवार को मंत्रालय ने जानकारी दी कि दिसंबर महीने तक टीके की एक अरब खुराक की आपूर्ति के लिए ऑर्डर दिए गए हैं। मंत्रालय यह भी कहा कि मौजूदा टीकाकरण अभियान को पूरा करने की फिलहाल कोई समयावधि तय नहीं है। लोकसभा में स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा, 'ऐसी उम्मीद की जा सकती है कि दिसंबर 2021 तक 18 साल और इससे अधिक उम्र के सभी लाभार्थियों को टीके लग जाएंगे।' कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तृणमूल की नेता माला रॉय के सवालों के जवाब देते हुए पवार ने कहा कि घरेलू टीका निर्माताओं के साथ खरीद समझौता करने में कोई देरी नहीं हुई थी बल्कि टीका निर्माताओं को दिए गए ऑर्डर के लिए अग्रिम भुगतान भी किया जाता रहा है। दोनों सांसदों ने पूछा कि क्या सरकार ने टीका निर्माताओं के साथ टीके की अग्रिम खरीद समझौते में देरी की जिसकी वजह से टीका मिलने में देरी हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक अलग सवाल के जवाब में संसद में कहा कि 20 जुलाई 2021 तक कुल 32.6 करोड़ लोगों को कोविड-19 टीके की कम से कम एक खुराक लग गई थी और इनमें से 8.5 करोड़ को दोनों ही खुराक मिल चुकी है। सरकार ने 35,000 करोड़ रुपये के बजट में से टीके की खरीद पर 8 अरब रुपये खर्च किए हैं। सभी स्रोतों के जरिये 20 जुलाई 2021 तक राज्यों को टीके की कुल 42.5 करोड़ खुराक की आपूर्ति की गई। मौजूदा टीकाकरण अभियान के दौरान 40.3 करोड़ खुराक से ज्यादा का इस्तेमाल हो चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय में संसद में यह भी जानकारी दी कि दो टीकों की कीमत में मामूली ही अंतर था मसलन कोविशील्ड की कीमत 205 रुपये जबकि कोवैक्सीन 215 रुपये थी और इसके अलावा कर की राशि थी। पवार ने एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि भारत सरकार के लिए कोविड-19 टीके की खरीद की कीमत पर बातचीत टीका से जुड़े राष्ट्रीय अधिकार प्राप्त समूह (एनईजीवीएसी) और इसके उपसमूह ने की। उन्होंने कहा कि टीके की लागत में टीके के लिए उपयुक्त तापमान पर डिलिवरी की लागत भी शामिल है और उन्होंने यह भी कहा कि देश में कोविड-19 टीकों को दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान में रखने की जरूरत है। मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास कोविड-19 टीकों की 2.75 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध हैं। उसने कहा कि राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को सभी स्रोतों से टीकों की 43.87 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध कराई गई हैं तथा 71,40,000 और खुराक उपलब्ध कराई जाएंगी। इनमें से बरबाद हो चुकी टीके की खुराक समेत कुल 41,12,30,353 खुराकों की खपत हो चुकी है। कोविड-19 टीकाकरण का नया चरण 21 जून से शुरू हुआ है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि भारत सरकार कोविड-19 से बचाव के लिए 18 वर्ष से अधिक आयु के शत प्रतिशत लोगों के शीघ्र टीकाकरण को लेकर प्रतिबद्ध है तथा इस विषय पर विपक्ष को राजनीति करने की बजाय टीकाकरण अभियान को प्रोत्साहित करना चाहिए।भारत बायोटेक केंद्र को देगा 50 करोड़ खुराक भारत बायोटेक कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि उसने देश भर में टीकाकरण कार्यक्रम के लिए केंद्र को अपने कोविड-19 टीके कोवैक्सीन की 50 करोड़ से अधिक खुराकों की आपूर्ति करने के लिए प्रतिबद्धता जताई है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित एक डिजिटल सम्मेलन को संबोधित करते हुए हैदराबाद की टीका निर्माता कंपनी की संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा एला ने कहा कि चार शहरों, हैदराबाद, बेंगलूरु, पुणे और अंकलेश्वर में कंपनी की इकाइयों में अभी टीके का उत्पादन किया जा रहा है। स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा था कि जनवरी से 16 जुलाई तक भारत बायोटेक द्वारा कोवैक्सीन की 5.45 करोड़ खुराक मिली।
