निप्पॉन इंडिया म्युचुअल फंड (एनआईएमएफ) की परिसंपत्ति प्रबंधक निप्पॉन लाइफ इंडिया एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड (नाम इंडिया) ने आज निप्पॉन इंडिया फ्लेक्सी कैप फंड शुरू करने की घोषणा की। यह एक ओपन-एंडेड डायनेमिक इक्विटी योजना है, जो निवेशकों को सभी मार्केट कैप में निवेश की संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए एक ही स्थान पर समाधान उपलब्ध कराती है। निप्पॉन इंडिया फ्लेक्सी कैप फंड बाजार की गतिविधियों की समीक्षा और तुलनात्मक रूप से आकर्षण के आधार पर लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में निवेश करके पोर्टफोलियो को विविधतापूर्ण बनाने की सुविधा प्रदान करता है। इस नई फंड पेशकश (एनएफओ) की शुरुआत 26 जुलाई, 2021 को होगी और यह 9 अगस्त, 2021 को बंद हो जाएगा। इस फंड को निफ्टी 500 टीआरआई के साथ बेंचमार्क किया जाएगा। इसमें निवेश के लिए न्यूनतम राशि 500 रुपये निर्धारित की गई है और इसके बाद एक रुपये के गुणकों में बोली लगाई जा सकती है। यह फंड उच्च विकास की संभावना वाले क्षेत्रों में अवसरों की पहचान के लिए बॉटम-अप स्टॉक चयन की प्रक्रिया का उपयोग करेगा और उपयुक्त तरीके से आवंटन के जरिये निवेश पर अतिरिक्त रिटर्न प्राप्त करने का प्रयास करेगा। निप्पॉन इंडिया एमएफ के पास भारत की सबसे बड़ी और अनुभवी इक्विटी अनुसंधान टीमों में से एक है। निप्पॉन इंडिया म्युचुअल फंड के को-चीफ कारोबार अधिकारी सौगत चटर्जी ने कहा कि निप्पॉन इंडिया फ्लेक्सी कैप फंड की शुरुआत से हमारे निवेशक-केंद्रित उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला में इज़ाफ़ा हुआ है, साथ ही निवेशक समुदाय के लिए हमारे प्रस्तावों में और गहराई आई है। फ्लेक्सी कैप इक्विटी क्षेत्र की सबसे बड़ी श्रेणियों में से एक है। निप्पॉन इंडिया फ्लेक्सी कैप फंड के साथ हमने सभी मार्केट कैप में सबसे बेहतर संभावनाओं में निवेश के माध्यम से शानदार रिटर्न प्रदान करने का लक्ष्य रखा है। निप्पॉन इंडिया फ्लेक्सी कैप फंड स्थापित कंपनियों में उचित आवंटन के साथ-साथ मिड और स्मॉल कैप खंड द्वारा पेश किए गए विकास के अवसरों के बेहतर मिश्रण के जरिये लार्ज कैप की सापेक्ष स्थिरता का भरपूर लाभ उठाने की कोशिश करता है। वर्तमान में इस फंड का झुकाव डोमेस्टिक रिकवरी थीम की ओर होगा, जिसमें प्रौद्योगिकी या विनियमन की वजह से समेकन के लाभार्थियों, बैक टु नॉर्मल या व्यापार के फिर से सामान्य होने, बड़े बदलाव के बाद फलने-फूलने वाले नए कारोबारी प्रारूप या आयात प्रतिस्थापन जैसे प्रमुख क्षेत्रों में निवेश किया जाएगा।
