अमेरिका की तकनीकी दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट तेलंगाना में 15,000 करोड़ रुपये के निवेश से डेटा सेंटर बनाने की तैयारी में है। इसके लिए कंपनी राज्य सरकार से अंतिम चरण की बातचीत कर रही है। सूत्रों के अनुसार माइक्रोसॉफ्ट ने हैदराबाद के समीप भूखंड को भी चिह्नित कर लिया है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, 'तेलंगाना में आईटी क्षेत्र में कुछ बड़े निवेश की संभावना देखी जा रही है। माइक्रोसॉफ्ट यहां अपना डेटा सेंटर बनाएगी और इसकी घोषणा जल्द की जा सकती है। यह डेटा सेंटर हैदराबाद के समीप होगा।'माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के प्रवक्ता ने इस बारे में कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया। 2019 में माइक्रोसॉफ्ट और रिलायंस जियो ने भारत में क्लाउड डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए दीर्घावधि करार किया था। समझौते के तहत माइक्रोसॉफ्ट की योजना ऐसे छोटे कारोबारी घरानों को लक्षित कर जियो नेटवर्क पर एजर क्लाउड लाने की थी, जो क्लाउड तकनीक अपनाना चाहते हैं।बीते समय में भारत में डेटा सेंटर के क्षेत्र में कई वैश्विक दिग्गजों ने निवेश किया है। एमेजॉन वेब सर्विसेज, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, प्राइवेट इक्विटी फर्में और स्थानीय कंपनियों ने भी डेटा सेंटर खोलने में दिलचस्पी दिखाई है। प्रैक्सिस ग्लोबल अलायंस रिपोर्ट के अनुसार 2024 तक डेटा सेंटर की आय करीब 4 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, साथ ही आईटी पावर लोड की क्षमता इस दौरान सालाना 16 फीसदी चक्रवृद्घि दर से बढ़ सकती है। डेटा के स्थानीयकरण नियमों और कंपनियों के डिजिटल की दिशा में कदम बढ़ाने से क्लाउड तकनीक की मांग बढ़ रही है। पिछले हफ्ते गूगल ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में अपना नया क्लाउड क्षेत्र शुरू करने की घोषणा की थी। इसके जरिये भारत के सार्वजनिक क्षेत्र और एशिया प्रशांत क्षेत्र के ग्राहकों को सेवाएं दी जाएंगी। पिछले साल एमेजॉन वेब सर्विसेस ने तेलंगाना में डेटा सेंटर खोलने के लिए 2.8 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी। सूत्रों ने कहा कि एमेजॉन का यह निवेश 10 साल के दौरान होगा वह तीन अलग-अलग जगहों पर डेटा सेंटर स्थापित कर रही है।ब्रुकफील्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर भी भारत में बीएएम डिजिटल रियल्टी ब्रांड नाम से डेटा सेंटर विकसित करने के लिए संयुक्त उपक्रम बनाने की योजना पर काम कर रही है।
