प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि कोविड-19 महामारी का खतरा अभी टला नहीं है। उन्होंने कहा कि यूरोपीय देशों, अमेरिका और बांग्लादेश, इंडोनेशिया एवं थाईलैंड जैसे पड़ोसी देशों में संक्रमण के बढ़ते मामले इशारा कर रहे हैं कि दुनिया इस त्रासदी से पूरी तरह महफूज नहीं हुई है और वायरस का असर खत्म होने में लंबा समय लग सकता है। इसीलिए राज्यों को महामारी की तीसरी लहर की आशंका से निपटने लिए सभी आवश्यक उपाय करने चाहिए। देश के छह राज्यों और महाराष्ट्र एवं केरल में महामारी के बढ़ते संक्रमण से उत्पन्न हालात की समीक्षा के लिए बुलाई बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम सब फिलहाल उस मोड़ पर खड़े हैं, जहां कोविड महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका बार-बार जताई जा रही है। हमें संक्रमण के मामले सीमित रखने के लिए छोटे से छोटे स्तर पर संक्रमण नियंत्रण क्षेत्र बनाने होंगे, लगातार जांच करनी होगी, संक्रमित व्यक्ति पर नजर रखनी पड़ेगी और टीकाकरण की प्रक्रिया भी जारी रखनी होगी। जिन जिलों में संक्रमण के अधिक मामले आ रहे हैं उन पर खास ध्यान देने की जरूरत है।'15 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान देश के 47 जिलों में संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक पाई गई है। मोदी ने कोविड-19 महामारी से उत्पन्न हालात की समीक्षा के लिए तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, महाराष्ट्र और केरल के मुख्मंत्रियों के साथ बैठक की। पिछले एक सप्ताह के दौरान देश में कोविड संक्रमण के जितने मामले आए, उनमें 80 प्रतिशत इन्हीं राज्यों में पाए गए। संक्रमण के कारण मौत के 84 प्रतिशत मामले भी इन्हीं राज्यों से रहे। प्रधानमंत्री ने आगाह किया कि इन मामलों को गंभीरता से लेने की जरूरत है क्योंकि दूसरी लहर आने से पहले इस वर्ष जनवरी-फरवरी में ऐसे ही हालात दिखे थे। उन्होंने कहा, 'शुरू में विशेषज्ञों को लगा कि जिन राज्यों में दूसरी लहर पहले आई थी वहां हालात सामान्य भी सबसे पहले हो जाएंगे। मगर केरल और महाराष्ट्र में संक्रमण के बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं।' सरकार ने कहा कि पूरी दुनिया में संक्रमण की तीसरी लहर की दस्तक सुनाई देने लगी है। भारत में कोविड-19 महामारी के हालात पर स्वास्थ्य मंत्रालय के संवाददाता सम्मेलन में कोविड कार्य बल के चेयरमैन वी के पॉल ने कहा, 'देश में सामुदायिक स्तर पर कोविड-19 के खिलाफ प्रतिरोधी क्षमता नहीं पैदा हो पाई है, इसलिए तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। देश की एक बड़ी आबादी पर संक्रमण का खतरा अब भी मंडरा रहा है।' पॉल ने कहा, 'अगले 100 से 150 दिन देश के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैं। हमें सावधान रहना होगा।'इस बीच प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक जगहों पर लोगों की भारी भीड़ जुटने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, 'हमें कोविड से बचाव के लिए पूरी सतर्कता बरतनी होगी।
