स्पूतनिक वी की सालाना 25 करोड़ खुराक की क्षमता | बीएस संवाददाता / July 16, 2021 | | | | |
मोरपेन इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुशील सूरी ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में कहा कि उनकी कंपनी द्वारा भारत में विनिर्मित स्पूतनिक वी टीका अगले दो महीनों के दौरान बाजार में उपलब्ध हो जाएगा। इसके अलावा कंपनी मोनोक्लोनल एंटीबॉडी जैसे अन्य मोर्चों पर काम कर रही है ताकि कोविड-19 एवं उसके वेरिएंट्स से निपटने में मदद मिल सके। पेश हैं मुख्य अंश:
भारत में स्पूतनिक वी टीके के उत्पादन के लिए आपके करार की क्या प्रगति है?
रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने भारत में स्पूतनिक वी टीके के उत्पादन के लिए मोरपेन के साथ एक समझौता किया है और इसके लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। हमने हिमाचल प्रदेश के एक समर्पित संयंत्र में कंपोनेंट-1 (पहली खुराक) और कंपोनेंट-2 (दूसरी खुराक) के तीन बैच का परीक्षण किया है। हरेक खुराक के पहले बैच को गुणवत्ता नियंत्रण संबंधी जांच के लिए मॉस्को के गमालेया सेंटर को भेजा जाएगा। स्पूतनिक वी को भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए 12 अप्रैल 2021 को मंजूरी मिली थी। भारत स्पूतनिक वी के उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र है। आरडीआईएफ ने भारत में अन्य प्रमुख दवा कंपनियों- ग्लैंड फार्मा, हेटेरो बायोफार्मा, पैनेसिया बायोटेक, स्टेलिस बायोफार्मा और विरचो बायोटेक- के साथ समझौते किए हैं। कुल मिलाकर भारत में सभी भागीदारों के साथ मिलकर स्पूतनिक वी की सालाना 85 करोड़ खुराक का उत्पादन किया जाएगा। अब तक स्पूतनिक वी का पंजीकरण 67 देशों में हो चुका है जिनकी कुल आबादी 3.5 अरब से अधिक है। नियामकों से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, बहरीन, अर्जेंटीना, सर्बिया, हंगरी और मैक्सिको सहित अपनी आबादी का टीकाकरण कराने वाले तमाम देशों में स्पूतनिक वी को सबसे सुरक्षित एवं कोरोनावायरस के प्रति सबसे अधिक प्रभावी टीका माना गया है।
भारत एवं विदेश में उपलब्ध अन्य टीकों के साथ स्पूतनिक वी की तुलना आप किस प्रकार करते हैं?
स्पूतनिक वी के कई प्रमुख फायदे हैं: इसकी प्रभावकारिका 97.6 फीसदी है जो 5 दिसंबर 2020 से 31 मार्च 2021 तक रूस में टीकाकरण के दौरान स्पूतनिक वी की दोनों खुराकों के आंकड़ों के विश्लेषण पर आधारित है। स्पूतनिक वी टीका मानव एडेनोवायरल वैक्टर पर आधारित है जो सर्दी जुकाम का कारक है और हजारों वर्षों से हमारे आसपास मौजूद है। स्पूतनिक वी टीके की दोनों खुराक में दो अलग-अलग वेक्टर का उपयोग किया गया है जो अन्य टीकों के मुकाबले लंबी अवधि तक प्रतिरक्षा प्रदान करता है। पिछले दो दशक के दौरान 250 से अधिक क्लीनिकल परीक्षण में एडेनोवायरल टीकों की सुरक्षा, प्रभावकारिता एवं दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभाव न होना साबित हो चुका है। स्पूतनिक वी के कारण कोई खास एलर्जी नहीं होती है। इसे कोल्डचेन बुनियादी ढांचे में अतिरिक्त निवेश के बिना पारंपरिक रेफ्रिजरेटर में रखा जा सकता है। स्पूतनिक वी की प्रति खुराक कीमत 10 डॉलर से कम है जो इसे दुनिया भर में सस्ता बनाती है।
आप स्पूतनिक वी को भारतीय बाजार में कब उतार रहे हैं? आपकी उत्पादन क्षमता कितनी है और मारेपेन स्पूतनिक वी की सालाना कितनी खुराक तैयार करेगी?
नमूनों को मंजूरी, लाइसेंसिंग और अंतिम उत्पाद के तैयार होने में करीब दो महीने लगेंगे। अगले दो महीने में यह टीका भारतीय बाजार में उपलब्ध होगा। हमारे पास सालाना 25 करोड़ खुराक का उत्पादन करने की क्षमता है और हम 50 करोड़ खुराक तक पहुंच सकते हैं।
क्या यह नया उद्यम एक बार का अवसर है अथवा यह किसी दीर्घकालिक योजना का हिस्सा है?
इस महत्त्वपूर्ण टीका कारोबार में उतरना दीर्घकालिक रणनीति के तौर पर बायोसिमिलर एवं बायोलॉजिक्स के लिए हमारी प्रतिबद्धता की ओर उठाया गया एक कदम है।
कोविड संबंधी उत्पाद की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए मोरपेन क्या कर रही है?
कंपनी कोविड-19 और इसके घातक वेरिएंट्स के उपचार के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडी सहित कई मार्चों पर काम कर रही है। इसके अलावा चिकित्सा उपकरण श्रेणी में हमने विभिन्न उत्पादों को लॉन्च किया है। कंपनी ने ऑक्सीमीटर की मांग में आई अचानक तेजी को पूरा करने के लिए अपनी क्षमता बढ़ाई और बड़ी तादाद में ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर की आपूर्ति की।
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