अप्रैल में कोविड-19 की दूसरी लहर के घातक होने पर चिंतित हुए एक प्रमुख कारोबारी ने एक एयर चार्टर कंपनी से फ्रैंकफर्ट जाने के लिए एक विमान का इंतजाम करने के लिए कहा। उनकी बेटी गर्भावस्था की जटिलताओं से जूझ रही थीं और वह अपनी पत्नी के साथ उसके पास किसी भी कीमत पर पहुंचना चाहते थे। वह इससे पहले भी निजी विमानन सेवाएं मुहैया कराने वाली (चार्टर कंपनी) के ग्राहक रहे थे और उनका ताल्लुक अति धनाढ्य वर्ग (यूएचएनआई) से है। कंपनी ने उन्हें 14 सीटों वाले एक गल्फस्ट्रीम जी550 विमान की पेशकश की। चालक दल के चार सदस्यों के साथ नौ घंटे की उड़ान पर उन्हें करीब 1.5 करोड़ रुपये खर्च होना था। यह किराया इतनी ही दूरी के लिए किसी कॉमर्शियल विमान से तय किए गए सफर के किराये से कई गुना ज्यादा था लेकिन इसके बाद वह अमीर शख्स इसका भुगतान करने के लिए तैयार थे। हालांकि यह विमान उड़ान नहीं भर सका। उस वक्त तक कई देशों ने भारत से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था और जर्मनी उनमें से एक था। हालांकि कई अन्य निजी विमानों ने देश के भीतर और उन देशों में जाने के लिए उड़ान भरी जहां भारत से आने वाले यात्रियों को अनुमति दी थी। कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान भी निजी विमान सेवाओं के लिए उतनी ही होड़ लगी थी जितनी कि पहली लहर के दौरान मांग थी। पिछले साल पहली बार एक बड़ी भारतीय विमानन कंपनी के एक पूरे विमान को ही बुक करने की मांग की गई जब भोपाल में मौजूद एक परिवार को तत्काल दिल्ली पहुंचना था। उस वक्त ही विमानन कंपनी ने बड़ी चतुराई से यह फैसला किया कि ऐसे दौर में निजी विमान सेवाएं काफी आकर्षक साबित हो सकती हैं जब कॉमर्शियल विमानन सेवाएं रद्द कर दी गई हों। विमानन कंपनी के एक सूत्र ने बताया कि इस विमान में दो छोटे बच्चे, उनकी मां और बच्चों की देखभाल करने वाली नैनी ने यात्रा की थी। इसमें कुल किराया करीब 15 लाख रुपये पड़ा था। उन्होंने बताया, 'यह एक कॉमर्शियल एयरलाइन की बिजनेस क्लास की सीटों के किराये से कई गुना अधिक था। लेकिन परिवार यात्रा करने का फैसला कर चुका था और उस वक्त कोई भी घरेलू विमानन सेवाएं काम नहीं कर रही थीं।' यात्रियों के लिहाज से देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी, इंडिगो भी यात्री चार्टर सेवाओं में कदम रख चुकी है। पिछले साल के दौरान विमानन कंपनियों ने 2,000 से अधिक चार्टर विमानों का संचालन किया जिनमें से 85 प्रतिशत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सेवाएं दीं। एक प्रवक्ता ने कहा कि वाणिज्यिक उड़ान फिर से शुरू होने पर भी चार्टर विमानों की मांग बनी रहेगी। प्रवक्ता ने कहा, 'अतिरिक्त सुरक्षा को अहमियत देने की वजह से पिछले साल से निजी विमानों की मांग में तेजी आई है और यह आने वाले समय में भी अलग तरह की सेवाओं के तौर पर बरकरार रहने की उम्मीद है।' इंडिगो एक विशेष परिवार और दोस्तों के लिए चार्टर विमान (6ई वेडिंग चार्टर) की पेशकश करती है जिसे कंपनी की वेबसाइट से बुक किया जा सकता है और यात्रियों को इस सेवा में होटल सेवाओं को भी जोडऩे का विकल्प मिलता है। विमानन कंपनी ने 180-186 सीटों वाले एक ए-320 विमान का इस्तेमाल भी किया है जिसे घरेलू यात्री चार्टर विमान के रूप में भी शुरू किया जा सकता है। महामारी ने न केवल यात्री विमानन सेवाओं को न केवल निजी विमान सेवा कारोबार की ओर मोड़ा है बल्कि निजी जेट विमानों की सेवाएं लेने वाले ग्राहक भी सामान्य छुट्टियां बिताने वाले लोगों या अपने काम के लिए विदेश जाने वाले अमीर लोगों से अलग हैं। कतर एयरवेज के पूर्व कंट्री हेड और क्लब वन एयर के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) राजन मेहरा ने कहा, 'कई ग्राहक महामारी से पहले भी प्राइवेट जेट विमानों का इस्तेमाल कर सकते थे लेकिन अब नए तरह के लोगों का समूह सामने आ रहा है। सुरक्षा को अब लागत की बचत से ऊपर रखा जाने लगा है। हम सामान्य विमानन उद्योग के लिए ज्यादा वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं।' दूसरी लहर के दौरान, निजी विमानों के प्रमुख स्थलों में से एक दुबई था। एक निजी विमान ब्रोकिंग कंपनी जेट एचक्यू एशिया के अध्यक्ष रोहित कपूर ने बताया कि भारतीय चार्टर्ड फ्लाइट के लिए प्रति यात्री 5,000 डॉलर प्रति यात्री तक भुगतान करने के इच्छुक थे जो किसी कॉमर्शियल विमानन कंपनी की बिजनेस या फस्र्ट क्लास सीट के किराये की लगभग दोगुनी है। इनमें से कुछ लोग दुबई में रह रहे हैं और काम कर रहे हैं जबकि कुछ अन्य लोग बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए किसी सुरक्षित स्थान पर जाना चाहते थे। शुरुआत में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने विमान पर उपलब्ध सीटों की संख्या की परवाह किए बिना एक निजी विमान में लोगों की संख्या 8 तक सीमित कर दी। यह 2020 जैसा कोई वाकया नहीं दोहराना चाहता था जब पहली लहर के दौरान बड़े विमान सैकड़ों यात्रियों के साथ हवाई अड्डों पर पहुंच जाते थे। कपूर ने कहा, 'दूसरी लहर के दो महीनों में कुछ हफ्ते तक 20-30 चार्टर उड़ान हर दिन दुबई हवाईअड्डे पर पहुंचीं।'
