हॉलीवुड की तर्ज पर उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बनाई जाने वाली इंटरनैशनल फिल्म सिटी का निर्माण निजी सार्वजनिक सहभागिता (पीपीपी) के आधार पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिसंबर में इसका शिलान्यास करेंगे। इस फिल्मसिटी की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने प्रदेश सरकार को सौंप दी है। नोएडा में बनाई जाने वाले फिल्म सिटी को प्रदेश सरकार तथा निजी डेवलपर मिल कर पीपीपी मॉडल पर बनाएंगे। यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार फिल्म सिटी के निर्माण को लेकर मिली डीपीआर का अध्ययन कर शासन तय करेगा कि परियोजना को किस रूप में आगे बढ़ाया जाएगा। औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अगर कुछ योजना के अनुसार हुआ तो इस साल के अंत यानी दिसंबर में नोएडा के यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में इंटरनैशनल फिल्म सिटी के निर्माण का शुरू हो जाएगा। एक हजार एकड़ भूमि पर बनाई जाने वाली इंटरनैशनल फिल्म सिटी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस बारे में जल्दी ही सरकार अपना फैसला लेगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते साल दिसंबर में विश्वस्तरीय फिल्म सिटी का निर्माण प्रदेश करने का फैसला किया था। जिसके तहत नोएडा में यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 21 में 1000 एकड़ भूमि इंटरनैशनल फिल्म सिटी के लिए चिह्नित की गई है। करीब पांच हजार करोड़ रुपये का निवेश आने की संभावना इस फिल्म सिटी के निर्माण से जताई जा रही है। नोएडा में बनाई जाने वाले इस फिल्म सिटी में विश्वस्तरीय आधुनिक तकनीकों को शामिल किया जाना है। अधिकारियों का कहना है कि इस फिल्म सिटी का एक बड़ा हिस्सा डिजिटल टेक्नोलॉजी से जुड़ा होगा। फिल्मों में डिजिटल माध्यमों के बढ़ते चलन के कारण नोएडा में बनाई जाने वाली इस फिल्म सिटी को इन्फोटेनमेंट सिटी कहा जाएगा।
