यात्री वाहन विनिर्माताओं के लिए थ्री-रो एसयूवी श्रेणी में तगड़ी प्रतिस्पर्धा शुरू होने वाली है। भारतीय लोग कोविड संबंधी नीरसता से उबरने के लिए परिवार एवं दोस्तों के साथ छुट्टियों पर बाहर निकलना पसंद कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें बड़े आकार के एसयूवी वाहनों की तलाश होती है। इससे संकेत लेते हुए वाहन विनिर्माता थ्री-रो एसयूवी के कई मॉडलों को लॉन्च करने के लिए तैयार हैं। इसके जरिये उन ग्राहकों को लक्ष्य किया जाएगा जो प्रीमियम सिडैन श्रेणी में वाहन खरीदना चाहते हैं और अपने मझोले आकार के एसयूवी को अपग्रेड करना चाहते हैं। हुंडई मोटर इंडिया ने आज एक ऐसा ही थ्री-रो एसयूवी मॉडल अल्काजर को छह और सात सीटों के साथ लॉन्च किया। कंपनी ने इसकी प्रीमियम कीमत रखी है। हालांकि इसके सबसे सस्ता पेट्रोल मॉडल की कीमत 16.3 लाख रुपये रखी गई है जो प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले अधिक है। सबसे अधिक प्रीमियम छह सीटों वाले मॉडल की कीमत 19.99 लाख रुपये है। हालांकि कंपनी ने अधिक कीमत का बचाव करते हुए कहा है कि नया मॉडल घंटी व व्हिसिल जैसी कई प्रमुख सुविधाओं से लैस है। एसयूवी पसंद करने वालों के लिए कई अन्य मॉडल भी लॉन्च होने के लिए तैयार हैं। वाहन कंपनियों की उत्पाद योजनाओं से अवगत एक व्यक्ति ने कहा कि अगले दो साल के दौरान थ्री-रो एसयूवी श्रेणी में आधा से एक दर्जन मॉडलों को लॉन्च किया जाएगा। इनमें महिंद्रा एक्सयूवी700 और जीप कंपास 7-सीटर की बिक्री इसी साल शुरू होने की उम्मीद है। जबकि मारुति सुजूकी और टोयोटा के मॉडल 2022 की पहली छमाही में दस्तक दे सकते हैं। इसके अलावा सेल्टोस के 7 सीटों वाले मॉडल को भी उतारने की तैयारी चल रही है। आईएचएस मार्किट के सहायक निदेशक पुनीत गुप्ता के अनुसार, तीन रो और छह एवं सात सीट वाले मॉडलों का एसयूवी बाजार (अर्टिगा और इनोवा जैसे वाहन) में अभी एक-तिहाई योगदान है और अगले तीन साल में यह बढ़कर दोगुना हो जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण यात्री वाहन बाजार में, ऐसे मॉडलों का योगदान 10 प्रतिशत है। मुख्य एसयूवी बाजार में भी तेजी आई है। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफेक्चरर्स के अनुसार, भारत में मई में बिके प्रत्येक दो यात्री वाहनों में से एक एसयूवी था, जबकि 2019 के समान महीने में प्रत्येक तीन यात्री वाहनों की बिक्री में एक एसयूवी था। इस तेज बदलाव से पर्सनल मोबिलिटी स्पेस में सेगमेंट के लिए मजबूत पसंद और महामारी के बीच ड्राइव-एबल डेस्टिनेशन के लिए बढ़ते आकर्षण का पता चलता है। हुंडई के गर्ग का मानना है कि हुंडई के बाजार शोध से पता चला है कि थर्ड रो वाले एसयूवी के लिए अच्छी मांग है क्योंकि ज्यादातर परिवार नजदीक के स्थानों पर छुट्टियों पर जाने के लिए विमान या ट्रेन यात्रा से बचने पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा, 'लॉकडाउन की वजह से, लोग अपना ज्यादातर समय परिवार के साथ बिताना चाहते हैं और एक ही कार में साथ साथ यात्रा करना पसंद करते हैं। यदि आप बाहर घूमने के रुझान पर ध्यान दें तो पता चलता है कि लोग कुछ अंतरराष्ट्रीय स्थानों पर जाने के लिए विमान यात्रा को पसंद करते रहे हैं। अब यह दौरे पांच से छह घंटे के दायरे में तब्दील हो गए हैं जहां वे परिवार के साथ अपने वाहन के जरिये जा सकते हैं।' आईएचएस के गुप्ता का कहना है कि टाटा मोटर्स और एमजी मोटर्स जैसे निर्माताओं ने तीन रो वाले मॉडल अपने मॉजूदा मिड साइज एसयूवी से विकसित किए हैं और बड़े वैरिएंट से इनकी बिक्री का 30-35 प्रतिशत योगदान है। वे इसके लिए हैरियर और सफारी तथा हेक्टर और हेक्टर प्लस का उदाहरण देते हैं। क्रेटा ने अपनी पेशकश के बाद से 600,000 वाहनों की बिक्री दर्ज की है।
