लगता है कि टाटा संस की वित्तीय सेहत पर कोविड-19 महामारी का बेहद कम प्रभाव पड़ा है। निजी क्षेत्र में देश के सबसे बड़े व्यावसायिक समूह की मालिक एवं प्रवर्तक वित्त वर्ष 2021 के लिए अपनी सूचीबद्घ कंपनियों से सर्वाधिक लाभांश आय हासिल करने के लिए तैयार है। इसमें शेयर पुनर्खरीद से मिलने वाली रकम भी शामिल है। टाटा संस को वित्त वर्ष 2022 में सूचीबद्घ समूह कंपनियों से करीब 22,000 करोड़ रुपये का भुगतान हासिल होने की संभावना है, जबकि वित्त वर्ष 2020 में यह 20,600 करोड़ रुपये थी। टाटा समूह की 14 सूचीबद्घ कंपनियां (जिनमें टाटा संस भी शामिल है) वित्त वर्ष 2021 के लिए लाभांश और शेयर पुनर्खरीद के जरिये अपने शेयरधारकों को 35,441 करोड़ रुपये का भुगतान कर रही हैं। तुलनात्मक तौर पर, इन कंपनियों ने वित्त वर्ष 2020 में 30,360 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। इसके साथ, टाटा संस ने पिछले पांच वर्षों में लाभांश और शेयर पुनर्खरीद से मिलने वाली रकम के जरिये सूचीबद्घ समूह कंपनियों से करीब 90,000 करोड़ रुपये हासिल किए थे। कुल मिलाकर, टाटा समूह की 14 सूचीबद्घ कंपनियों में से 12 वित्त वर्ष 2021 के लिए समान लाभांश चुका रही हैं, जैसा कि वित्त वर्ष 2020 में दर्ज किया गया, लेकिन टाटा संस की ज्यादातर आय महज दो कंपनियों - टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और टाटा स्टील से आएगी। टीसीएस समूह के लिए सर्वाधिक कमाई वाली कंपनी बनी हुई, हालांकि टाटा संस की कुल आय में उसका योगदान वित्त वर्ष 2021 में कुछ घट गया था। सॉफ्टवेयर कंपनी का टाटा संस की सूचीबद्घ कंपनियों की कुल आय में 92 प्रतिशत योगदान रहा, जो पूर्ववर्ती वर्ष के 95.4 प्रतिशत से कम है। इस्पात दिग्गज ने पिछले साल के मुकाबले वित्त वर्ष 2021 में 162 प्रतिशत ज्यादा लाभांश चुकाया है, क्योंकि उसे वैश्विक इस्पात चक्र में सुधार से बड़ी मदद मिली। टाटा स्टील ने वित्त वर्ष 2021 के लिए 2,997 करोड़ रुपये का इक्विटी लाभांश चुका रही है, जो एक साल पहले के 1,146 करोड़ रुपये के मुकाबले काफी ज्यादा है। इसमें, टाटा संस की भागीदारी करीब 987 करोड़ रुपये होगी। ये विश्लेषण टाटा समूह की सूचीबद्घ कंपनियों द्वारा चुकाए गए सालाना लाभांश और इन कंपनियों में टाटा संस की हरेक वर्ष मार्च के अंत तक भागीदारी की गणना पर आधारित हैं। टीसीएस ने अब तक 16,000-16,000 करोड़ रुपये की तीन शेयर पुनर्खरीद की हैं।
