दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जब से राजधानी के बाजार खोलने समेत लॉकडाउन में ढिलाई के तमाम उपायों का ऐलान किया है तभी से भरत आहूजा का ज्यादातर समय भगीरथ पैलेस में अपनी दुकान में या उसके आसपास बीता है। भगीरथ पैलेस देश में बिजली के सामान का सबसे बड़ा कारोबारी केंद्र है। आहूजा दिल्ली इलेक्ट्रिकल ट्रेडर्स एसोसिएशन (डीईटीए) के अध्यक्ष हैं। वह हाल में कोविड-19 संक्रमण से उबरे हैं। लेकिन वायरस उन्हें दिल्ली के चांदनी चौक में संकरी गलियों से गुजरने से नहीं रोक पाया। वह रविवार दोपहर से क्षेत्र के सभी कारोबारी प्रतिष्ठानों पर सम-विषम के निशान लगाने का कामकाज देख रहे हैं। यह मुश्किल काम था। दर्जनों संकरी गलियों में 4,100 से अधिक दुकानें होने के कारण आहूजा और उनकी टीम सोमवार शाम तक भूतल की दुकानों पर नंबर अंकित करने का ही काम पूरा कर पाई और उन्हें बाकी काम अगले दिन के लिए छोडऩा पड़ा। दिल्ली के अन्य कारोबारी केंद्रों की तरह चांदनी चौक बाजार भी डेढ़ महीने से बंद था। लेकिन सोमवार सुबह से कारोबारियों का एक बड़ा धड़ा अपनी दुकानें खोलने के लिए आया। कारोबार शुरू करने से पहले व्यापक सैनिटाइजेशन अभियान चलाया गया। लेकिन खरीदारों के उस हूजूम की कमी नजर आई, जो दिन भर बाजारों की तंग गलियों को ठसाठस रखता है। डीईटीए का अनुमान है कि सोमवार को 50 फीसदी कारोबारी और कामगार मौजूद थे, लेकिन ग्राहकों की संख्या मामूली थी। आहूजा ने कहा, 'जिन लोगों को बिजली के सामान की ज्यादा जरूरत थी, वे ही आए क्योंकि कोरोना के डर और सार्वजनिक परिवहन के अभाव में लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। अब हम लोगों के घरों, दुकानों तक डिलिवरी के बारे में विचार कर रहे हैं क्योंकि फोन पर पूछताछ बढ़ रही हैं।' वसंत कुंज के डीएलएफ प्रोमनेड मॉल में डीएलएफ रिटेल की कार्यकारी निदेशक पुष्पा बेक्टर दोपहर में मॉल की तैयारियों का जायजा लेने में व्यस्त थीं। बेक्टर ने कहा कि ग्राहकों को सुरक्षित माहौल मुहैया कराने इस समय सबसे बड़ी प्राथमिकता है, जिससे खरीदारों का भरोसा बढ़ाने में मदद मिल सकती है। खुदरा कारोबारी और व्यापारी अगले सप्ताह तक हालात सामान्य होने की उम्मीद कर रहे हैं। प्रमुख इलेक्ट्रनिक्स शृंखला विजय सेल्स ने सम-विषम के पालन के लिए योजना बनाई है। इसके एनसीआर में 26 शोरूम हैं, जिनमें से आधे से भी कम सोमवार को खुल पाए। लेकिन इसके निदेशक नीलेश गुप्ता को भरोसा है कि आवश्यक टिकाऊ उत्पादों की बिक्री जल्द ही बढ़ेगी। रिटलेर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा हाल में किए गए अध्ययन से पता चला है कि इस साल स्थानीय लॉकडाउन हटाए जाने के बाद कंज्यूमर ड्यूरेबल्स रिटेलर के कारोबार में सबसे पहले सुधार आएगा क्योंकि उत्पाद को अपग्रेड करने और पुराने को बदलने के लिए ग्राहकों की ओर से मांग बढऩे की उम्मीद है। हालांकि कोरोना की दूसरी लहर का ग्राहकों के मनोबल पर प्रतिकूल असर पड़ा है। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी पैनासोनिक में भारत एवं दक्षिण एशिया के अध्यक्ष तथा मुख्य कार्याधिकारी मनीष शर्मा ने कहा कि अर्थव्यवस्था खुलने से बिक्री में सुधार होगा। लेकिन ग्राहकों का मनोबल कमजोर हुआ है और लोग बाहर निकलना नहीं चाह रहे हैं। चालू तिमाही में बिक्री हमारे पहले के अनुमान से 60-65 फीसदी कम रह सकती है। पैनासोनिक अपना परिचालनचरणबद्घ तरीके से शुरू कर रही है। गर्मियों के मौसम में एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर की अच्छी बिक्री होती है। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के कॉर्पोरेट प्लानिंग के उपाध्यक्ष दीपक बंसल ने कहा, 'हम टेलीविजन, वॉशिंग मशीन और माइक्रोवेव की मांग भी बढऩे की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि काफी लोग अभी भी घरों से काम कर रहे हैं।' विजय सेल्स के गुप्ता ने भी कहा कि फोन, लैपटॉप जैसे उत्पादों की अच्छी मांग होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि महंगे और नए फोन एवं लैपटॉप की अच्छी मांग देखी गई है। आने वाले समय में भी यह रुझान जारी रह सकता है। इस बीच मुंबई के सौंदर्य एवं स्वास्थ्य रिटेलरों ने उम्मीद जताई कि गैर-जरूरी चीजों की दुकानें खुलने से लोग बाहर आएंगे। हालांकि आज अधिकतर दुकानों में गिने-चुने लोग ही पहुंचे। इनरीच सैलून्स के निदेशक भूपेश डिंगर ने कहा कि कंपनी के कॉल सेंटर में पूछताछ बढ़ गई है। मुंबई में हमारे पास अपॉइंटमेंट की कतार है। महिलाओं की तुलना में पुरुषों से अच्छी और तेज प्रतिक्रिया मिल रही है। उन्होंने कहा कि मुंबई में हमारे 53 सैलून्स हैं जिनमें से आज 45 खुले थे। आठ मॉल में हैं, लेकिन मॉल बंद रहने की वजह से वे खुल नहीं सके। इनफिनिटी मॉल के मुख्य कार्याधिकारी मुकेश कुमार ने कहा, 'मुंबई में मॉल खोलने की अनुमति नहीं मिलने से थोड़ी निराशा हुई है।' कुमार ने कहा कि अप्रैल-मई में मॉल को करीब 3,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ऐसे में इसे खोलने की अनुमति देने से नुकसान की कुछ भरपाई करने में मदद मिलेगी।
