शेयर बाजारों में उछाल से इन्फ्रास्ट्रक्चर फंडों के रिटर्न को मजबूती मिली है, जो काफी घट गया था। वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों से पता चलता है कि म्युचुअल फंडों की तरफ से पेश इन्फ्रा फंडों ने पिछले एक साल में औसतन 85 फीसदी रिटर्न दिया है। उद्योग के प्रतिभागियों को उम्मीद है कि यह थीम आने वाले समय में बेहतर करेगा क्योंकि अर्थव्यवस्था के कुछ क्षेत्रों में सुधार दिखने लगा है और इसकी वजह सरकार की तरफ से बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दिया जाना है। क्वांट इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड और आदित्य बिड़ला सन लाइफ इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड ने पिछले एक साल में सबसे ज्यादा क्रमश: 152 फीसदी व 100 फीसदी रिटर्न दिया है। इन्फ्रास्ट्रक्चर फंडों की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां सामूहिक तौर पर करीब 11,000 करोड़ रुपये की है और पिछले एक साल में 21 में से 12 योजनाओं ने 80 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है। लार्सन ऐंड टुब्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, अदाणी पोट् र्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन और एनटीपीसी जैसे शेयरों में इस श्रेणी के जरिए मुख्य रूप से निवेश किया गया है। उद्योग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, इक्विटी बाजार की हालिया तेजी ने इन्फ्रास्ट्रक्चर फंडों के रिटर्न को मजबूती दी है, जो लंबे समय से पिछड़ रहे थे। महामारी के बावजूद हम उम्मीद करते हैं कि सरकार बुनियादी ढांचे का विकास जारी रखेगी, जो इस क्षेत्र को आने वाले समय में मदद करेगा।
