भारतीय बाजार में आया रूस का स्पूतनिक वी टीका | सोहिनी दास / मुंबई May 14, 2021 | | | | |
भारत में कोविड-19 का तीसरा टीका स्पूतनिक वी आज बाजार में आ गया। स्पूतनिक वी की दो खुराक के बीच 21 दिन का अंतराल होगा। कंपनी का दावा है कि यह टीका 97.6 फीसदी असरदार है। फिलहाल देश में स्पूतनिक वी का आयात किया जा रहा है और इसकी एक खुराक की कीमत 995 रुपये (कर सहित) रखी गई है।
रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड की भारतीय साझेदार डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज ने कहा कि भारत में बनने वाले स्पूतनिक वी टीके की कीमत आयातित टीके से कम होगी। सूत्रों के अनुसार एक खुराक वाला स्पूतनिक लाइट टीका भी जल्द ही भारत आने की उम्मीद है। डॉ. रेड्डीज स्पूतनिक वी के एक खुराक वाले टीके की इजाजत पाने के लिए अगले महीने भारतीय नियामक के साथ चर्चा करेगी। स्पूतनिक लाइट को रूस में पहले ही मंजूरी दी जा चुकी है। एक खुराक वाला टीका उपलब्ध होने से भारत में टीकाकरण का दायरा बढ़ाने में मदद मिलेगी। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने पिछले हफ्ते कहा था कि अगर टीका विनिर्माता का दावा सही है तो इससे देश में टीकाकरण की रफ्तार दोगुनी करने में मदद मिल सकती है। पॉल ने कहा कि भारत इस दावे की पड़ताल करेगा और इसके आंकड़े तथा प्रतिरक्षा का अध्ययन करेगा। हालांकि डॉ. रेड्डïीज ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की और रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड ने इस सिलसिले में भेजे गए ईमेल का खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं दिया था।
स्पूतनिक वी की आयातित खुराक की पहली खेप 1 मई को भारत आई थी और 13 मई को इसे केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला, कसौली से नियामकीय मंजूरी मिली थी। डॉ. रेड्डीज ने कहा, 'टीके को सीमित परीक्षण के तौर पर शुरू किया गया है और हैदराबाद में आज इसकी पहली खुराक दी गई। आने वाले महीनों में इस टीके की और खेप देश में आएगी। इसके बाद भारतीय विनिर्माण साझेदारों के साथ स्पूतनिक वी भारत में ही बनाया जाएगा।'
आयातित टीके की एक खुराक का अधिकतम खुदरा मूल्य 948 रुपये है, जिस पर 5 फीसदी वस्तु एवं सेवा कर भी लगाया गया है। डॉ. रेड्डीज ने कहा कि स्थानीय स्तर पर विनिर्माण होने से टीके की कीमत हो सकती है।
स्पूतनिक वी को भारत में सीमित आपात उपयोग की मंजूरी 12 अप्रैल, 2021 को मिली थी। रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड ने कहा, 'कंपनी ने भारत में अग्रणी दवा कंपनियों (ग्लैंड फार्मा, हेटेरो बायोफार्मा, पैनेशिया बायोटेक, स्टेलिस बायोफार्मा, वर्चो बायोटेक) के साथ साझेदारी की है। कंपनी का लक्ष्य हर साल 85 करोड़ खुराक तैयार करना है।' गमालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमिओलॉजी ऐंड माइक्रोबायोलॉजी ने दो अलग-अलग मानव एडिनोवायरस (एडी 26 और एडी 5) का उपयोग कर स्पूतनिक वी तैयार किया है।
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