गो एयर ब्रांड के स्वामित्व पर ठनी | अनीश फडणीस / मुंबई May 14, 2021 | | | | |
गो एयरलाइंस (इंडिया) लि. (गोएयर) सभी ट्रेडमार्क और डोमेन नाम के स्वामित्व के लिए अपने एक प्रवर्तक और पूर्व प्रबंध निदेशक जेह वाडिया के खिलाफ कानूनी विकल्प अपनाने की संभावना तलाश रही है। कंपनी ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास शुक्रवार को जमा कराए आईपीओ दस्तावेज के मसौदे में इसका उल्लेख 'जोखिम कारक' के रूप में किया है।
जेह वाडिया समूह के प्रमुख नुस्ली वाडिया के छोटे बेटे हैं और 2005 में गोएयर की शुरुआत से ही इसका कामकाज देख रहे हैं लेकिन मार्च में कंपनी के प्रबंध निदेशक पद से जेह ने इस्तीफा दे दिया था। गो होल्डिंग्स में जेह की 99 फीसदी हिस्सेदारी है और 'गोएयर' ब्रांड और विमानन कंपनी से संबंधित टे्रडमार्क का स्वामित्व इसी के पास है।
मार्च 2021 में गो होल्डिंग्स ने दो शब्दों वाले मार्क का पंजीकरण 'गो एयरलाइंस' और डब्ल्यूडब्ल्यूडॉट गोएयरडॉट इन का पंजीकरण करने के लिए ट्रेड मार्क पंजीयक को दो आवेदन दिया था। इन दोनों मार्क का कंपनी द्वारा उपयोग किया जा रहा है। अप्रैल 2021 में जेह ने राष्टï्रीय इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया में आवेदन कर कंपनी के नाम से पंजीकृत 115 डोमेन नाम को नेट4इंडिया से नेटवर्क सॉल्यूशंस को हस्तांतरित करने का अनुरोध किया था।
गो एयर ने कहा, 'हमारी कंपनी इस आवेदन का विरोध करती है और इन दोनों ट्रेडमार्क को अपने नाम से पंजीकृत करने के लिए आवेदन भी किया है। कंपनी सभी ट्रेडमार्क और डोमेन नाम के स्वामित्व को लेकर जरूरत कदम उठाएगी और कानूनी विकल्पों का भी सहारा लिया जा सकता है।' हालांकि गो एयर के करीबी सूत्रों ने कहा कि अब यसह मसला अप्रासंगिक हो गया है क्योंकि विमानन कंपनी ने गो फस्र्ट नाम से अपना कायाकल्प करने की घोषणा की है। आईपीओ मसौदा जमा कराने से एक दिन पहले कंपनी ने अपना ब्रांड नाम बदला है।
इस मसले पर गोएयर ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। कंपनी के करीबी एक शख्स ने प्रवर्तकों या पिता एवं बेटे के बीच किसी तरह का विवाद होने से इनकार किया है। आईपीओ मसौदे के अनुसार कंपनी 2004 से गो एयर टे्रडमार्क का उपयोग कर रही है। कंपनी का गो होल्डिंग्स के साथ ट्रेडमार्क का उपयोग करने का लिखित में लाइसेंस अनुबंध था। लेकिन फिलहाल इन बौद्घिक संपदा के उपयोग के लिए गो होल्डिंग्स के साथ कोई लिखित अनुबंध नहीं है। विमानन कंपनी के एक करीबी शख्स ने कहा, 'एसईबीआई आईसीडीआर नियमों के अनुसार प्रत्येक प्रवर्तक को घोषणा करनी होती है कि उनका कारोबार में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई रुचि है या नहीं और अपनी व्यक्तिगत होल्डिंग्स का भी खुलासा करना होगा है। इसी के अनुरूप जेह वाडिया ने ट्रेडमार्क, लोगो और संबंधित ट्रेडमार्क एवं सेवाओं के चिह्नï के पंजीकरण का खुलासा किया हैद और इसका स्वामित्व गो होल्डिंग्स के पास होने की बात कही है। गो होल्डिंग्स में जेह की 99 फीसदी हिस्सेदारी है।'
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