आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बाजार के लिए एक बार फिर व्यस्त सीजन आ रहा है। इन्वेस्टमेंट बैंंकिंग के सूत्रोंं ने कहा कि अगले 3 से 5 हफ्ते में कुल मिलाकर 4,000 करोड़ रुपये की चार पेशकश आने वाली है। इसमें वे कंपनियां शामिल हैं जिन्होंने रकम जुटाने की अपनी योजनाएं विगत में टाल दी थी। जो कंपनियां बाजार में उतरने की योजना बना रही हैं उनमें श्याम मेटलिक्स, डोडला डेयरी, कृष्णा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (केआईएमएस) हॉस्पिटल्स और क्लीन साइंसेज ऐंड टेक्नोलॉजी शामिल हैं। द्वितीयक बाजार में आया हालिया उतारचढ़ाव चिंता का विषय है, पर विशेषज्ञों का मानना है कि आईपीओ को लेकर अवधारणा अभी भी अच्छी है। बैंकरों ने कहा कि कई नए निवेशकों ने आईपीओ में दिलचस्पी ली थी, जो शेयर जारी करने वालों का आत्मविश्वास बढ़ाता है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के कार्यकारी निदेशक अजय सराफ ने कहा, तात्कालिक उतारचढ़ाव चिंता का विषय नहीं है। लोग अगले वित्त वर्ष के आंकड़ों पर नजर डाल रहे हैं। निवेशकों को उम्मीद है कि अगला साल सामान्य होगा और बढ़त वाला साल भी, जो शेयर जारी करने वालों को सहजता मुहैया करा रहा है। विशेषज्ञों ने कहा कि उतारचढ़ाव के बावजूद बाजार ने बहुत ज्यादा फायदा नहीं गंवाया है। इसके अतिरिक्त मिड व स्मॉलकैप शेयरों ने इस साल अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है। ज्यादातर नए शेयर मिड व स्मॉलकैप श्रेणी में आते हैं।स्पार्क कैपिटल के निवेश प्रमुख (बैंकिंग डिविजन) स्कंद जयरामन ने कहा, लोगों ने बाजार से रकम नहीं निकाली है। निवेशक लगातार ट्रेड कर रहे हैं और नकदी अपने पास बनाए हुए हैं। इसके अलावा हर श्रेणी के निवेशकों की तरफ से पिछले साल आईपीओ की रही मजबूत मांग कंपनियों को बाजार में उतरने की ताकत दे रही है। वित्त वर्ष 2020-21 निवेशकों के लिए आईपीओ में लाभ वाला साल साबित हुआ है और 70 फीसदी से ज्यादा कंपनियों ने सूचीबद्धता के दिन निवेशकों को फायदा पहुंचाया है। सूचीबद्धता के दिन औसत फायदा 34 फीसदी रहा है, जो पांच साल का सर्वोच्च स्तर है।वित्त वर्ष में कुल 31 पेशकश बाजार में देखने को मिली। इनमें से 22 कंपनियों के शेयरों की कीमतें उनके इश्यू प्राइस से ज्यादा रही। चार शेयरों बर्गर किंग, हैप्पिएस्ट माइंड्स, इंडिगो पेंट्स और मिसेज वेक्टर्स फूड की कीमत सूचीबद्धता के पहले दिन की दोगुनी हो गई। हाल के कुछ आईपीओ में हालांकि सुस्त दिलचस्पी देखने को मिली, लेकिन बैंकरों ने कहा कि निवेशक ठोस फंडामेंटल और उचित मूल्यांकन वाली कंपनियों में निवेश करेंगे। सराफ ने कहा, यह मामला इश्यू विशेष का है, अगर कोई निवेशक उसे पसंद करता है तो उसमें जरूर निवेश करेगा।बाजार नियामक सेबी के पास पेशकश दस्तावेज का मसौदा जमा कराने की गतिविधियां तेज हुई हैं। पिछले छह हफ्तों में करीब एक दर्जन कंपनियों ने अपनी आईपीओ योजना के साथ नियामक से संपर्क किया है। इनमें ऑनलाइन फूड डिलिवरी व रेस्टोरेंट डिस्कवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो शामिल है, जिसने 8,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा देश की चौथी सबसे बड़ी परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी और केमप्लास्ट सनमार ने भी डीआरएचपी जमा कराया है। इस आशावाद के बावजूद कोविड के बढ़ते मामलों से पड़ रहा असर शेयर जारी करने वालों को चिंतित कर रहा है। जयरामन ने कहा, अगर कोविड के हालात देश भर में लॉकडाउन को अनिवार्य बना देता है और अगर टीकाकरण की रफ्तार सुस्त रहती है तो यह इश्यू पर असर डाल सकता है।सराफ ने कहा, अमेरिका में महंगाई का दबाव एक अन्य चिंता है। क्या ज्यादा महंगाई फेड को ब्याज दरें बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेगा, इस पर नजर रखी जानी चाहिए।
