देश भर में 18 से 45 वर्ष की उम्र के लोगों के कोविड टीकाकरण के लिए पंजीयन की शुरुआत होते ही लोगों के बड़े पैमाने पर लॉग इन करने से कोविन पोर्टल पर भारी दबाव देखने को मिला। पहले दिन 87 लाख से अधिक लोगों ने टीकाकरण के लिए पंजीयन कराया। कोविन पोर्टल पर प्रति सेकंड 55,000 लोग पहुंचे। नैशनल हेल्थ अथॉरिटी के सीईओ आरएस शर्मा ने ट्विटर पर कहा कि पहले दिन 79 लाख से अधिक पंजीयन हुए और इनमें से अधिकांश आखिरी तीन घंटों में यानी शाम 4 बजे से 7 बजे के बीच हुए। कई उपयोगकर्ताओं ने शिकायत की कि पोर्टल ठीक से काम नहीं कर रहा है। पहले दिन वेबसाइट कई मौकों पर क्रैश भी हुई। हालांकि कई लोग बहुप्रतीक्षित टीके के लिए पंजीयन कराने में कामयाब भी हुए। कई लोगों को वन टाइम पासवर्ड पाने मेंं दिक्कत हुई तो कई लोगों को वेबसाइट के लोड न होने की समस्या का सामना करना पड़ा। कई लोग पंजीयन में कामयाब रहे लेकिन हर किसी को टीकाकरण के लिए तय तारीख और समय का आवंटन नहीं हुआ। दिल्ली के एक कारोबारी ने कहा, 'मुझे कई पिन कोड का इस्तेमाल करना पड़ा और आखिरकार मुझे ऐसा एक केंद्र मिला जहां अप्वाइंटमेंट मिल रहे थे। सबसे नजदीकी उपलब्ध तारीख मई के मध्य की थी।' तकनीकी विशेषज्ञों ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सरकार ठीक अनुमान नहीं लगा सकी कि कितने लोग पंजीयन का प्रयास करेंगे। यह तादाद सरकार के अनुमान से काफी अधिक थी। एक विशेषज्ञ ने कहा, 'ऐसा लगता है कि बैकएंड क्षमता में समस्या आई। किसी भी ऐप्लीकेशन के लिए संभावित उपयोगकर्ताओं की एक अनुमानित अधिकतम सीमा होती है। ऐसे परिदृश्य में अनुमान का गलत होना स्वाभाविक है।' उन्होंने कहा कि यदि क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट की व्यवस्था होती तो शायद लोगों को इस कदर परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। उन्होंने कहा, 'ऐप्लीकेशन धीमी थी, सर्वर कै्रश होने की समस्या नहीं आई।' पंजीयन की शुरुआत दोपहर मेंं होने के कारण भी लोगों मेंं आपाधापी दिखी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि टीके स्वपंजीयन के बाद ही लगाए जाएंगे और इनके लिए कोविन या आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से अग्रिम रूप से समय और स्थान बुक करना होगा। इस बार लोग सीधे जाकर या केंद्र पर पंजीयन करवा कर टीकाकरण नहीं करा सकेंगे। ऐसा सामाजिक दूरी का पालन सुनिश्चित करने और टीकाकरण केंद्रों को भीड़ से बचाने के लिए किया गया है। 18 से 45 की उम्र के लोगों का टीकाकरण सरकारी के साथ निजी केंद्रों पर भी किया जाएगा। सरकारी केंद्रों के लिए राज्य सरकारें टीके की खरीद करेंगी। कई राज्यों ने इस आयु वर्ग के लोगों के लिए निशुल्क टीकाकरण की घोषणा की है। निजी केंद्र टीकों की कीमत स्वयं घोषित करेंगे और यह बुकिंग के समय कोविन ऐप पर नजर आएगी। फिलहाल निजी अस्पतालों में 45 से अधिक उम्र के लोगों को 250 रुपये में टीके लगाए जा रहे हैं। यह सिलसिला एक मई से थम जाएगा।
