महाराष्ट्र में कोरोना से हालात बद से बदतर स्थिति में पहुंच रहे हैं। मुंबई सहित राज्य के दूसरे शहरों के अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, दवाइयां और इंजेक्शन की किल्लत से जूझ रहे हैं। ऑक्सीजन की कमी के कारण अस्पतालों में मरीजों की मौत की भी खबरें आ रही हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए महाराष्ट्र सरकार पूर्ण लॉकडाउन लगाने की तैयारी में है। राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए शिवसेना दूसरे राज्यों पर आरोप लगा रहे हैं। नालासोपारा के अस्पताल में 10 मरीजों की मौत के बाद परिजनों ने ऑक्सीजन की कमी का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। नालासोपारा पूर्व स्थित विनायक अस्पताल में संक्रमण से सात मरीजों की जबकि रिद्धि विनायक अस्पताल में तीन मरीजों मौत हो गई। मरीजों के परिजन ने दावा ऑक्सीजन की कमी से उनकी मौत हुई। इन आरोपों को खारिज करते हुए वसई विरार नगर निगम के उपायुक्त किशोर गवस ने कहा कि गंभीर हालत में होने के कारण मरीजों की मौत हुई। विनायक अस्पताल से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है इसलिए इनकी कमी को मरीजों की मौत से जोडऩा तथ्यात्मक रूप से गलत है। इसके अलावा मीरा रोड़, भायंदर, गोरेगांव के कई अस्पतालों से ऑक्सीजन कमी खबरें आ रही हैं। हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेले में जाने वाले लोगों पर भी सरकार की नजर है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में इसलिए कोरोना बढ़ रहा है क्योंकि और राज्यों से लोग यहां आते हैं और वहां नियंत्रण नहीं है। संजय राउत ने कहा कि हमारे यहां आज गुड़ी पड़वा है, मुख्यमंत्री ने नियंत्रण लगाया है। हमें क्या आनंद मिलता है कि हमारे त्योहार पर इस तरह से नियंत्रण लगाएं? लोग भी गुस्सा करते हैं। लेकिन हमने किया है। ये हिम्मत है सरकार की करने की। शिवसेना सांसद संजय राउत को यह आशंका व्यक्त की कि हरिद्वार के कुंभ मेले से लौटने वाले लोग कोविड-19 संक्रमण के संभावित वाहक बन जाएंगे, जिससे खतरा पैदा होगा। राउत ने कहा कि मेरा मानना है कि कुंभ मेला से आने वाले लोग कोरोना वायरस के संक्रमण को और अधिक फैला सकते हैं, जिससे तबाही होगी। मुंबई के प्रभारी मंत्री और कांग्रेस नेता असलम शेख ने कहा था कि राज्य सरकार को कुंभ मेले से लौटने वाले लोगों को लेकर दिशा-निर्देश तय करने होंगे, क्योंकि समारोह के दौरान कोविड-19 के उचित व्यवहार का पालन नहीं किया गया। असलम शेख ने कहा है कि कुछ ही घंटों में मुंबई और महाराष्ट्र में प्रतिबंध और कड़े किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शाम 8.30 बजे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे लॉकडाउन पर फैसला लेंगे। मुंबई के अस्पतालों में बिस्तर की कमी के लिए प्रसिद्ध लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए शेख ने कहा कि फिल्म जगत के कुछ लोग और कुछ क्रिकेट खिलाड़ी संक्रमण के मामूली लक्षण होने अथवा कोई लक्षण नहीं होने के बावजूद प्रमुख निजी अस्पतालों में भर्ती हो गए हैं और लंबे समय से बिस्तरों को घेरे हुए हैं। यदि ये लोग अस्पतालों में भर्ती होने से बचते तो राज्य में कोरोना वायरस से पीड़ित जरूरतमंद मरीजों को भर्ती किया जा सकता था। कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के साथ ही महाराष्ट्र सरकार बिस्तर क्षमता बढ़ाने के लिए काम कर रही है। उसने अगले पांच से छह हफ्ते में मुंबई में मैदानों में तीन विशालकाय अस्पतालों की स्थापना की घोषणा की है। मुंबई में कोरोना वायरस के कुल 5,27,119 मामले हैं। यहां 12,060 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक मुंबई में 90,267 संक्रमितों का इलाज चल रहा है।
