स्पेशियल्टी केमिकल निर्माता रोसारी बायोटेक के लिए निवेशकों की अच्छी मांग दर्ज की गई और सूचीबद्घता के दिन यह शेयर 75 प्रतिशत चढ़ा था और अब तक इसमें 143 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है। कंपनी के लिए डाइवर्सिफाइड उत्पाद पोर्टफोलियो, शोध एवं विकास पर जोर, और विस्तार प्रमुख कारक हैं। बी-2-बी आपूर्तिकर्ता इस कंपनी को जिस सेगमेंट से अच्छी मदद मिली है वह है - होम, पर्सनल और परफॉरमेंस केमिकल्स (एचपीपीसी), जिसका उसके वित्त वर्ष 2020 के राजस्व में 47 प्रतिशत का योगदान रहा और यह पिछले कुछ वर्षों के दौरान भी कंपनी के राजस्व एवं मार्जिन में वृद्घि के लिहाज से प्रमुख बना रहा है। वित्त वर्ष 22017-20 के दौरान, एचपीपीसीकी 95 प्रतिशत की सालाना वृद्घि दर से कंपनी को 32 प्रतिशत और 63 प्रतिशत राजस्व और परिचालन मुनाफा वृद्घि दर्ज करने में मदद मिली। वित्त वर्ष 2017 में एचपीपीसी सेगमेंट का योगदान जहां 25 प्रतिशत था, वहीं वित्त वर्ष 2020 में यह बढ़कर 47 प्रतिशत हो गया और कुल मिलाकर मुनाफा भी बढ़ा, क्योंकि व्यवसाय ऊंचे सकल मार्जिन से जुड़े रहे। परिचालन मुनाफा मार्जिन 820 आधार अंक तक बढ़कर 17.5 प्रतिशत हो गया। विश्लेषकों का मानना है कि एचपीपीसी सेगमेंट का योगदान सुधरकर 60 प्रतिशत से ज्यादा हो जाएगा और अगले दो साल में कंपनी द्वारा 10 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्घि दर्ज किए जाने की संभावना है। जहां अनुबंध निर्माण और प्राइवेट लेबल व्यवसाय के जरिये मजबूत और टिकाऊ ग्राहक आधार (जिसमें प्रमुख एफएमसीजी कंपनियां शामिल हैं) सकारात्मक है, वहीं रोसारी बायोटेक को को पर्सनल केयर, ब्रुअरीज, डेरी, निर्माण और वाटर केमिकल्स जैसे नए क्षेत्रों में सब-सेगमेंट में उसकी विविधता से भी मदद मिलेगी। इसके अलावा, दहेज (गुजरात) में मौजूदा विस्तार से भी कंपनी को अपने प्रमुख तीन सेगमेंट में अवसर तलाशने में मदद मिल सकती है। दहेज में उसकी क्षमता दोगुना बढ़कर सालाना 25250 करोड़ टन सालाना हो जाएगी। और इससे कंपनी को बड़े पैमाने पर मदद मिलेगी। इस विस्तार से कंपनी की वृद्घि को मदद मिलने की संभावना है क्योंकि राजस्व और मुनाफे में वित्त वर्ष 2020-23 की अवधि के दौरान 20-25 प्रतिशत तक का इजाफा होने का अनुमान है। पिछली रिपोर्ट में, एडलवाइस रिसर्च ने कहा कि तथ्य यह है कि कंपनी ने वृद्घि के नजरिये, कर्ज-मुक्त बैलेंस शीट, परिसंपत्ति कारोबार, संक्षिप्त कार्यशील पूंजी चक्र और शानदार रिकॉर्ड वाली प्रबंधन टीम को देखते हुए अपनी मजबूत हैसियत बरकरार रखी है। बिक्री के मुकाबले वित्त वर्ष 2023 की 4.6 गुना कीमत के महंगे मूल्यांकन को और कंपनी के 38 गुना के कीमत-आय अनुपात को देखते हुए, आईसीआईसीआई रिसर्च के विश्लेषकों का मानना है कि इस शेयर में सुरक्षा और रेटिंग को बरकरार रखने की की कम संभावना है। इसमें आने वाली गिरावट निवेशकों के लिए खरीदारी का बेहतर अवसर साबित हो सकती है।
