देश के उत्तरी एवं अन्य भागों में सामान्य से अधिक तापमान के कारण कंज्यूमर ड््यूरेबल कंपनियों, विशेष तौर पर कूलर, एयर कंडिशनर और रेफ्रिजरेटर बनाने वाली कंपनियों की बिक्री में जबरदस्त तेजी आने की उम्मीद है। विश्लेषकों का कहना है कि इसका असर उन बैंकों एवं गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) पर भी दिखेगा जो इन उत्पादों के लिए ग्राहकों को उधारी देने के कारोबार में लगे हैं। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (अनुसंधान) अजित मिश्रा ने कहा, 'त्योहारी मांग और घर से काम करने की संस्कृति के कारण चालू वित्त वर्ष की दूसरी और तीसरी तिमाहियों के दौरान दमदार खरीदारी की गई। आगामी गर्मी के मौसम, घर से काम करने की संस्कृति और आवास एवं रियल एस्टेट क्षेत्र में सुधार के कारण एयर कंडिशनर, वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर जैसे उत्पादों की मांग दमदार रहने की उम्मीद है।' जेफरीज के 19 मार्च के नोट के अनुसार, पिछली दो-तीन तिमाहियों के दौरान इन्वेंट्री को भी युक्तिसंगत बनाया गया है और वह अपने अधिकतम स्तर पर है। इसके अलावा कुछ कंपनियों ने ड््यूरेबल्स (मुख्य तौर पर एसी) श्रेणी में 5 से 9 फीसदी की मूल्य वृद्धि पहले ही कर चुकी हैं। कंपनियां पीक सीजन (अप्रैल) में इनपुट लागत के आधार पर कीमतों में इजाफा कर सकती हैं। ऐंटिक स्टॉक ब्रोकिंग के विश्लेषकों का कहना है कि इस परिदृश्य में उपभोक्ता फाइनैंसिंग में भी पिछले छह महीनों के दौरान उल्लेखनीय तेजी आई है और अब वह कोविड पूर्व स्तर तक पहुंच चुकी है। फिलहाल कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की फाइनैंशिंग में बजाज फाइनैंस एवं टाटा कैपिटल जैसी एनबीएफसी और एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक एवं आईडीएफसी बैंक जैसे निजी क्षेत्र के बैंकों की उल्लेखनीय हिस्सेदारी है। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स उत्पादों की मात्रात्मक बिक्री में दो अंकों की वृद्धि के मद्देनजर विश्लेषकों ने उम्मीद जताई है कि अगली दो तिमाहियों के दौरान फाइनैंसरों के ऋण खाते में बढ़ोतरी हो सकती है। उनका मानना है कि इन फाइनैंसरों की परिसंपत्ति गुणवत्ता में स्थिरता बरकरार रहेगी और उनकी बाजार हिस्सेदारी भी वृद्धि होगी।प्रीमियम मूल्यांकन हालांकि विश्लेषकों ने अपने प्रीमियम मूल्यांकन के प्रति चेताया है लेकिन उनका मानना है कि ये शेयर ब्याज दरों में नरमी और कुल मिलाकर मांग में सुधार के कारण लंबी अवधि में बेहतर प्रदर्शन जारी रख सकते हैं। रेलिगेयर ब्रोकिंग के मिश्रा ने कहा, 'दोनों बजाज और एचडीएफसी बैंक ने दमदार वृद्धि दर्ज की है और पिछले कुछ वर्षों के दौरान उनकी बाजार हिस्सेदारी भी बढ़ी है। फिलहाल ये शेयर अपनी दमदार वृद्धि एवं परिसंपत्ति गुणवत्ता के कारण प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं, लेकिन समग्र मांग में सुधार और ब्याज दरों में नरमी के मद्देनजर उनका दमदार प्रदर्शन जारी रह सकता है।' आईसीआईसीआई बैंक खुदरा बाजार में अपनी मौजूदगी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जो उसके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। मिश्रा ने कहा, 'हम सभी चार शेयरों को लंबी अवधि तक बरकरार रखने की सलाह देंगे।' पिछले छह महीनों के दौरान इस क्षेत्र के सभी शेयरों ने बेंचमार्क एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया है। एसीई इक्विटी के आंकड़ों से पता चलता है कि आईडीएफसी फस्र्ट बैंक ने 97 फीसदी की छलांग लगाई जबकि बजाज, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक ने 42 से 60 फीसदी के दायरे में बढ़त दर्ज की। इसके मुकाबले सेंसेक्स ने इस दौरान महज 29 फीसदी की बढ़त दर्ज की। हालांकि इक्विनॉमिक्स रिसर्च के संस्थापक एवं मुख्य निवेश अधिकारी जी चोकालिंगम ने चेताया कि इन शेयरों का मूल्यांकन कई गुना बढ़ चुका है जिससे निवेशकों को ऊंचे स्तर पर मुनाफा वसूली का अवसर दिख सकता है। ऐसे में इन शेयरों में गिरावट के दौरान निवेश किया जा सकता है।
