एडलवाइस समूह की एडलवाइस ऑल्टरनेट ऐसेट एडवाइजर्स (ईएएए) इस साल शॉर्ट ड्यूरेशन क्रेडिट फंड और डिस्ट्रेस्ड क्रेडिट फंड पेश करेगी ताकि देश में क्रेडिट की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके। एडलवाइस ऐसेट मैनेजमेंट के मुख्य कार्याधिकारी हेमंत डागा ने कहा, शॉर्ट ड््यूरेशन क्रेडिट फंड (जो ऑल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड होगा) करीब 2,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य लेकर चलेगा। फंड के निवेश की अवधि 24 से 36 महीने की है, जो पिछले फंड में 36 से 60 महीने की थी। फंड मैनेजर यह फंड जल्द पेश पर विचार कर रहे हैं। क्रेडिट फंड की अवधि चार साल की होगी, जो पिछले फंड में सात से नौ साल की थी। नए फंड में 11 से 13 फीसदी रिटर्न की उम्मीद है, जो पिछले फंड में 17 से 20 फीसदी थी। उन्होंने कहा, यह फंड ए व उससे ऊपर रेटिंग वाली ऑपरेटिंग व होल्डिंग कंपनियों को कर्ज देगा। डागा ने कहा, अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ क्रेडिट की जरूरत फिर से होने लगी है। फंड मैनेजर ने पिछले साल अक्टूबर में 6,600 करोड़ रुपये का क्रेडिट फंड जुटाया, जिसमें से 15 फीसदी इस साल अप्रैल तक लगाया जाएगा। दिसंबर 2018 में अपने इंडिया स्पेशल ऐसेट फंड-2 के लिए उसने 9,300 करोड़ रुपये जुटाए थे। फंड मैनेजर अगले चार-पांच महीने में स्पेशल सिचुएशन फंड-3 पेश करने पर भी विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, फंड का कोष 1.5 अरब डॉलर (करीब 10,000 करोड़ रुपये)होगा और अवधि आठ से नौ साल की होगी। रुपये के लिहाज से फंड से रिटर्न की उम्मीद 21 से 23 रुपये होगी। डागा ने कहा, यह फंड 200-300 करोड़ रुपये से 600-700 करोड़ रुपये की डील करेगा। डागा ने कहा कि एनपीए के कारण बैंक थोक उधारी नहीं चाहता और ऐसेट लाइबलिटी के मसलों के कारण एनबीएफसी इस क्षेत्र से बाहर निकल रहा है। इसके अलावा फंड मैनेजर अगले साल रियल एस्टेट क्रेडिट फंड भी पेश करने पर विचार कर रहा है।
