Skip to content
  शुक्रवार 2 जून 2023
Trending
June 2, 20231,275 रेलवे स्टेशनों को किया जाएगा अपग्रेड, अमृत भारत स्टेशन योजना से मिलेगी खानपान की बेहतर सुविधाJune 2, 20232,000 रुपये के फटे नोट पर कितना पैसा मिलेगा? जानिए क्या है RBI के नियमJune 2, 2023प्रमुख कमोडिटी निर्यात में 17 फीसदी इजाफा, गेहूं का घटा व चावल का बढ़ाJune 2, 2023Wrestlers Protest: विश्व कप 1983 विजेता टीम ने पहलवानों से हड़बड़ी में फैसला नहीं लेने के लिए कहाJune 2, 2023Manipur violence: अमित शाह की चेतावनी का दिख रहा असर, भारी मात्रा में हथियार सरेंडर कर रहे लोगJune 2, 2023FD Rates: दो बड़े बैंकों ने घटाई ब्याज दर! क्या यह FD दरों में वृद्धि के दौर का अंत है ?June 2, 2023छतों पर लगने वाले solar plants की क्षमता जनवरी-मार्च में 6.35 फीसदी बढ़ी: Mercom IndiaJune 2, 2023क्या होम लोन लेने वालों के अच्छे दिन आने वाले हैं? ICICI बैंक ने कम किए लोन के रेटJune 2, 2023Swaraj कंपनी लेकर आई दमदार और कम कीमत वाला ट्रैक्टरJune 2, 2023साइबर ठगों ने घर बैठे कमाई का झांसा देकर 11 लाख रुपए ठग लिए
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
   लेख   देश में पारिवारिक आय से पीछे उपभोक्ता रुझान
लेख

देश में पारिवारिक आय से पीछे उपभोक्ता रुझान

adminमहेश व्यास— March,11 2021 11:53 PM IST
Facebook Twitter LinkedIn WhatsApp Email

उपभोक्ता रुझान सूचकांक फरवरी 2021 में जनवरी के अपने स्तर से दो फीसदी चढ़ा। यह जनवरी में 1.7 फीसदी और दिसंबर 2019 में 2.7 फीसदी सुधरा था। उपभोक्ता रुझान में लगातार सुधार आ रहा है, मगर यह लॉकडाउन के स्तरों से अब भी बहुत दूर है। इस सूचकांक का आधार 100 है, जो सितंबर-दिसंबर 2015 तिमाही पर आधारित है। यह सूचकांक फरवरी 2021 में 55.1 पर रहा। यह एक साल पहले के इसी महीने में 105.3 पर था, जो लॉकडाउन का असर शुरू होने से ठीक पहले का महीना था। इस तरह उपभोक्ता रुझान लॉकडाउन शुरू होने के पूरे एक साल बाद लॉकडाउन से पहले के अपने स्तर से आधा ही है। उपभोक्ता रुझान अहम हैं क्योंकि वे परिवार के आर्थिक फैसलों के अमूर्त पहलू को दर्शाते हैं। ये फैसले घर, कार, दोपहिया या रेफ्रिजरेटर जैसी गैर-आवश्यक चीजों को खरीदने के हैं। रुझान परिवारों के लंबी अवधि के निवेश फैसलों को भी प्रभावित करते हैं। आमदनी बढ़कर लॉकडाउन के दौरान आय के नुकसान की भरपाई कर सकती है या परिसंपत्तियों की कीमतें वाजिब स्तर को तेजी से पार कर सकती हैं। लेकिन यदि परिवार अपनी मौजूदा और भविष्य की आर्थिक सेहत को लेकर अच्छा महसूस नहीं करते हैं तो उनके ज्यादा धनी होने के बावजूद खर्च करने के आसार नहीं हैं। इसलिए उपभोक्ता रुझान मायने रखता है। उपभोक्ता पिरामिड परिवार सर्वेक्षण से प्राप्त शुरुआती आंकड़े संकेत देते हैं कि हालांकि पारिवारिक आय आंशिक रूप से सुधरी है, लेकिन उपभोक्ता रुझान इसी अनुपात में नहीं सुधरा है। रुझान में सुधार आया है, लेकिन यह सुधार आय में सुधार की तुलना में काफी कम है। वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में भारतीय परिवारों की औसत आय 2019-20 की पहली तिमाही से 33 फीसदी कम रहने का अनुमान है। हालांकि इसी तुलनात्मक आधार पर उपभोक्ता रुझान 59 फीसदी घटा है। साफ तौर पर परिवारों की अपनी आर्थिक सेहत की धारणा पर उससे कहीं अधिक चोट पड़ी है, जो उनकी आमदनी पर चोट पड़ी है। यह तुलना पूरी तरह सही नहीं है क्योंकि रुझान की गणना में सभी परिवारों को समान माना जाता है, लेकिन पारिवरिक आमदनी की गणना में सभी परिवार एकसमान नहीं हैं। समृद्ध परिवारों का औसत में बड़ा हिस्सा है क्योंकि उनकी आमदनी गरीब परिवारों की तुलना में अधिक है। इसलिए अंतर का पता इन दो गणनाओं में निहित भारांश के अंतर से ज्ञात किया जा सकता है। निस्संदेह इन भारांश को लेकर नमूना भारांश से भ्रमित नहीं होना चाहिए, जो काफी अलग हैं और दोनों गणनाओं में समान हैं। अनुमानों की ऐसी उलझन वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही की पहली तिमाही से तुलना को जटिल नहीं बनाती है। दूसरी तिमाही में औसत पारिवारिक आय पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 14 फीसदी कम थी। यह पहली तिमाही में दर्ज 33 फीसदी गिरावट की तुलना में काफी कम हुई है। हालांकि आमदनी में काफी सुधार हुआ है, लेकिन रुझान में इस अनुपात में सुधार नहीं आया। उपभोक्ता रुझान अब भी पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 57 फीसदी नीचे है। यह 'सुधार' महज दो फीसदी था, जो 59 फीसदी की गिरावट से 57 फीसदी की गिरावट पर आ गया है। इस बात पर गौर किया जाना चाहिए कि आय में बढ़ोतरी के साथ रुझान आनुपातिक रूप में नहीं बढ़ता है। जब तक रुझान में सुधार नहीं आता है, तब तक मांग आय में सुधार के अनुपात में नहीं बढ़ेगी। शायद यह वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में जारी आधिकारिक राष्ट्रीय खातों के आंकड़ों में निजी अंतिम उपभोग व्यय में 2.4 फीसदी गिरावट का कारण बताता है। हमारे पास वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही के पारिवारिक आय के आंकड़े नहीं हैं। लेकिन हमारे पास उपभोक्ता रुझान के आंकड़े हैं। ये सुधार को दर्शाते हैं, लेकिन उसी कमजोर रफ्तार को, जो पहली और दूसरी तिमाही के बीच रही है। यह गिरावट एक साल पहले की तुलना में 51 फीसदी कम थी। रुझान में सुधार जनवरी और फरवरी, 2021 में भी जारी रहा। लेकिन फरवरी 2021 में भी रुझान फरवरी 2020 के मुकाबले 48 फीसदी नीचे था। इस बात को याद करें कि फरवरी 2021 में उपभोक्ता रुझान सूचकांक जनवरी के मुकाबले दो फीसदी सुधरा। इस सुधार को बांटकर देखते हैं तो पता चलता है कि भारतीय उपभोक्ताओं ने अपने भविष्य को लेकर अपनी धारणा में मौजूदा आर्थिक स्थितियों के आकलन में सुधार से अधिक सुधार किया है। उपभोक्ता उम्मीद सूचकांक 2.6 फीसदी चढ़ा, जबकि चालू आर्थिक स्थितियों का सूचकांक महज 0.9 फीसदी बढ़ा। भारतीयों ने लॉकडाउन के जरिये बेहतर भविष्य में भरोसा दिखाया है। उनके भविष्य में भरोसे पर उनके मौजूदा आर्थिक स्थितियों को लेकर आकलन की तुलना में कम असर पड़ा है। फरवरी 2021 में उन्होंने एक बार फिर भारतीय परिवारों की इस लगभग स्थायी खूबी को दिखा गया। परिवारों ने फरवरी में अपने जवाबों में यह भी संकेत दिया कि त्योहारी सीजन समाप्त हो चुका है। केवल 4.9 फीसदी प्रत्युत्तरदाताओं ने कहा कि यह टिकाऊ उपभोक्ता सामान खरीदने के लिए एक साल पहले की तुलना में बेहतर समय है। जनवरी और दिसंबर में यह अनुपात अधिक 6.9 फीसदी था। अक्टूबर में यह 7.4 फीसदी था। अब यह जुलाई 2020 के बाद सबसे निचले स्तर पर है। आधे प्रत्युत्तरदाताओं का अब भी मानना है कि मौजूदा समय टिकाऊ उपभोक्ता सामान खरीदने के लिहाज से एक साल पहले की तुलना में खराब है। भारत में लॉकडाउन लगने से पहले करीब 30 फीसदी प्रत्युत्तरदाता कहा करते थे कि यह टिकाऊ उपभोक्ता सामान खरीदने के लिए अच्छा समय है। इसका निचला स्तर करीब 20 फीसदी वर्ष 2018 की शुरुआत में था। फरवरी 2021 में यह अनुपात घटकर पांच फीसदी पर आ गया। यह सुनिश्चित करने के लिए इस अनुपात का 20 से 30 फीसदी पर पहुंचना जरूरी है कि आर्थिक सुधार टिकाऊ है।

Facebook Twitter LinkedIn WhatsApp Email

संबंधित पोस्ट

  • Filter #1
  • More from author
अंतरराष्ट्रीय

US Federal Reserve: इंटरेस्ट रेट में फिर 0.50 फीसदी का इजाफा, 15 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंचीं

December 15, 2022 8:38 AM IST
अर्थव्यवस्था

MPC meet: जानिए RBI Monetary Policy review की मुख्य बातें

December 7, 2022 1:25 PM IST
अर्थव्यवस्था

RBI repo rate hike: लोन लेना हो सकता है और महंगा

December 7, 2022 12:18 PM IST
कंपनियां

Air India लगातार कर रही अपने नेटवर्क का विस्तार, 12 और विमान लीज पर लिए

December 5, 2022 7:23 PM IST
कंपनियां

Apple जल्द Samsung को पछाड़ बन जाएगी भारत की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्यातक !

December 5, 2022 6:58 PM IST
कमोडिटी

सोना 316 रुपये चढ़ा, MCX पर कीमतें 54 हजार के ऊपर

December 5, 2022 1:29 PM IST
कमोडिटी

Rabi Season 2022: चने की बोआई ने पकड़ी रफ्तार

December 2, 2022 1:49 PM IST
आपका पैसा

ITR: अब जल्दी मिलेगा रिफंड, टैक्स के एडजेस्टमेंट में भी आएगी तेजी

December 2, 2022 1:05 PM IST
अन्य

प्रदूषण नियंत्रण को लेकर बड़ा फैसला, एक जनवरी से दिल्ली-NCR में नहीं होगा डीजल ऑटो का रजिस्ट्रेशन

December 2, 2022 12:49 PM IST
अन्य

सिंधिया ने दिल्ली हवाई अड्डे पर ‘DigiYatra’ सुविधा लॉन्च की, अब आपका चेहरा ही होगा ‘बोर्डिंग पास’

December 1, 2022 4:14 PM IST
अर्थव्यवस्था

India’s Q2 GDP Growth: दूसरी तिमाही में 6.3 फीसदी की दर से बढ़ी देश की अर्थव्यवस्था

November 30, 2022 5:58 PM IST
अर्थव्यवस्था

Core Sector Growth: अक्टूबर में 8 कोर सेक्टर का उत्पादन घटकर 0.1 फीसदी रहा

November 30, 2022 5:37 PM IST
अर्थव्यवस्था

Fiscal Deficit : अप्रैल-अक्टूबर में बढ़ा फिस्कल डेफिसिट, बजट अनुमान का 45.6 प्रतिशत रहा

November 30, 2022 4:49 PM IST
ताजा खबरें

1,275 रेलवे स्टेशनों को किया जाएगा अपग्रेड, अमृत भारत स्टेशन योजना से मिलेगी खानपान की बेहतर सुविधा

June 2, 2023 5:17 PM IST
अर्थव्यवस्था

2,000 रुपये के फटे नोट पर कितना पैसा मिलेगा? जानिए क्या है RBI के नियम

June 2, 2023 5:09 PM IST
कमोडिटी

प्रमुख कमोडिटी निर्यात में 17 फीसदी इजाफा, गेहूं का घटा व चावल का बढ़ा

June 2, 2023 5:05 PM IST
खेल

Wrestlers Protest: विश्व कप 1983 विजेता टीम ने पहलवानों से हड़बड़ी में फैसला नहीं लेने के लिए कहा

June 2, 2023 5:04 PM IST

Trending Topics


  • Market Updates
  • Stock Market Today
  • Stocks to Watch Today
  • MS Dhoni Knee Operation
  • US Debt Ceiling Bill
  • Gold-Silver Price
  • Apple iPhone
  • Bank of Maharashtra QIP
  • Rupee vs Dollar
  • Ashneer Grover

Latest News


  • 1,275 रेलवे स्टेशनों को किया जाएगा अपग्रेड, अमृत भारत स्टेशन योजना से मिलेगी खानपान की बेहतर सुविधा
    by रत्न शंकर मिश्रा
    June 2, 2023
  • 2,000 रुपये के फटे नोट पर कितना पैसा मिलेगा? जानिए क्या है RBI के नियम
    by अंशु
    June 2, 2023
  • प्रमुख कमोडिटी निर्यात में 17 फीसदी इजाफा, गेहूं का घटा व चावल का बढ़ा
    by जतिन भूटानी
    June 2, 2023
  • Wrestlers Protest: विश्व कप 1983 विजेता टीम ने पहलवानों से हड़बड़ी में फैसला नहीं लेने के लिए कहा
    by मानसी वार्ष्णेय
    June 2, 2023
  • Manipur violence: अमित शाह की चेतावनी का दिख रहा असर, भारी मात्रा में हथियार सरेंडर कर रहे लोग
    by जतिन भूटानी
    June 2, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
60431.00 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स60431
380.06%
निफ्टी60431
380%
सीएनएक्स 50014954
130.08%
रुपया-डॉलर82.05
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
AU Small Finance679.6017.08
IDBI Bank51.679.66
Guj. Ambuja Exp265.707.51
Welspun India80.936.40
Chola Financial600.304.48
Graphite India278.304.43
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
AU Small Finance679.2017.07
F A C T320.8012.40
IDBI Bank51.709.77
Guj. Ambuja Exp265.557.66
Welspun India81.156.64
Ingersoll-Rand2763.055.53
आगे पढ़े  

# TRENDING

Market UpdatesStock Market TodayStocks to Watch TodayMS Dhoni Knee OperationUS Debt Ceiling BillGold-Silver PriceApple iPhoneBank of Maharashtra QIPRupee vs DollarAshneer Grover
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us