पिछले तीन सत्रों में करीब पांच प्रतिशत की तेजी के बाद गुरुवार को भारतीय बाजारों में एक प्रतिशत से ज्यादा की कमजोरी दर्ज की गई। बॉन्ड बाजार में ताजा उथल-पुथल के बीच बाजार पर यह दबाव देखने को मिला। बॉन्ड प्रतिफल पहली बार तीन दिन चढऩे के बाद अमेरिकी बाजारों, खासकर नैसडैक के बाद कई वैश्विक इक्विटी बाजारों में गिरावट आई।सेंसेक्स 1.16 प्रतिशत या 599 अंक गिरकर 50,846 पर बंद हुआ। पिछले तीन सत्रों में यह सूचकांक 2,345 अंक या 4.8 प्रतिशत चढ़ा था। वहीं निफ्टी-50 सूचकांक गुरुवार को 165 अंक या 1.1 प्रतिशत गिरकगर 15,081 अंक पर बंद हुआ। 10 वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल 1.5 प्रतिशत के निशान की ओर बढ़ता दिखा जिससे जोखिम सहन करने की धारणा प्रभावित हुई है। पिछले सप्ताह 1.614 प्रतिशत की एक साल की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद 10 वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल नरम पड़कर 1.4 प्रतिशत पर हा गया था जिससे बाजार में तेजी को बढ़ावा मिला।घरेलू 10 वर्षीय बेंचमार्क सरकारी प्रतिभूति का प्रतिफल भी बढ़कर 6.2 प्रतिशत पर पहुंच गया, जो 11 महीने में सर्वाधिक है।बाजार कारोबारी गुरुवार की शाम फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के कदम पर नजरें टिकाए रहे। विश्लेषकों का कहना है कि निवेशक 16-17 मार्च की बैठक से पहले फेडरल के रुख में संभावित बदलाव की उम्मीद कर रहे थे। विश्लेषकों का कहना है कि बॉन्ड बाजारों की अनिश्चितता उन कारोाबरियों द्वारा बनाई गईं कुछ पोजीशन की वजह से भी थी जो अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा उम्मीद से पहले मौद्रिक नीति सख्त बनाए जाने के अनुमान पर दांव लगा रहे थे। हालांकि फेडरल रिवर्ज के अधिकारियों ने जल्द आसान मौद्रिक नीति में बदलाव की किसी योजना से इनकार किया है।मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज में रिटेल रिसर्च के प्रमुख सिद्घार्थ खेमका ने कहा, 'अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में तेजी की वजह से वैश्विक बाजार में नरमी के बीच निवेशक धारणा कमजोर हुई है। अस्थिरता बरकरार रहने की आशंका है, क्योंकि बाजार आगामी दिशा के लिए वैश्विक रुझानों पर ध्यान देंगे। निवेशकों को बॉन्ड प्रतिफल, मुद्रास्फीति डेटा और कोविड संबंधित हालात के साथ साथ अमेरिकी प्रोत्साहन से संबंधित घटनाक्रम आदि पर लगातार नजर रखनी चाहिए।'गिरावट पर बंद होने के बावजूद कुल बाजार धारणा सकारात्मक रही। बीएसई पर, चढऩे वाले शेयरों की संख्या 1,559 और गिरने वाले शेयरों की संख्या 1,423 रही। निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.2 प्रतिशत तथा 1.2 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
