जब बिटकॉइन लगे महंगा तो आजमाएं दूसरी क्रिप्टोकरेंसी | बिंदिशा सारंग / March 01, 2021 | | | | |
चर्चित क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत 51,000 डॉलर के आसपास पहुंच गई है और कई क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों को इसकी कीमत अब बहुत ज्यादा लगने लगी है। यही वजह है कि निवेशक ऐसी क्रिप्टोकरेंसी तलाश रहे हैं, जिनके भाव फिलहाल इतने नहीं बढ़े हैं कि उनकी हैसियत से बाहर हो गए हों। निवेशक उन पर दांव लगाना चाहते हैं ताकि भाव बढऩे पर अच्छा मुनाफा कमाया जा सके।
कॉइनमार्केटकैप के मुताबिक दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी का बाजार 1.54 लाख करोड़ डॉलर के पार पहुंच गया है। भले ही इसमें बिटकॉइन का सबसे ज्यादा योगदान हो और वह सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी हो मगर वह इकलौती आभासी मुद्रा नहीं है। दुनिया में 6,000 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी हैं और आभासी मुद्राओं के बाजार में उनकी हिस्सेदारी 34 फीसदी के करीब है। जेबपे में वरिष्ठ ब्लॉकचेन इंजीनियर राशि जायसवाल कहती हैं, 'अगर एक से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी हो तो विविधता का फायदा मिल जाएगा।' उनका इशारा दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में भी निवेश करने की ओर है। मगर बिटकॉइन के दूसरे विकल्प कौन हैं?
बिटकॉइन की सफलता देख कई क्रिप्टोकरेंसी बाजार में उतारी गई हैं। कॉइनमार्केटकैप के मुताबिक बाजार हैसियत के लिहाज से बिटकॉइन के बाद शीर्ष 5 क्रिप्टोकरेंसी इथीरियम, बाइनैंस कॉइन, टीथर, पोल्काडॉट और कार्डेनो हैं। रिपल और लाइटकॉइन भी लंबे अरसे तक इस फेहरिस्त में डटे रहे थे और अब भी आसपास ही हैं।
इथीरियम
बाजार पूंजीकरण यानी बाजार में हैसियत के लिहाज से यह दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसे स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट पर आधारित विकेंद्रीकृत ओपन-सोर्स ब्लॉकचेन की मदद से बनाया गया है। वजीरएक्स के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी निश्चल शेट्टी कहते हैं, 'ईथर असल में इथीरियम ब्लॉकचेन की क्रिप्टोकरेंसी है। यह बिटकॉइन ब्लॉकचेन से अलग एकदम नई ब्लॉकचेन है।'
बाइनैंस कॉइन
बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से यह तीसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसका इस्तेमाल बाइनैंस क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर शुल्क अदा करने में किया जाता है। जायसवाल बताती हैं, 'डेवलपरों के बीच बाइनैंस चेन की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है क्योंकि इससे उनके नेटवर्क पर लेनदेन करना काफी आसान है।'
लाइटकॉइन
यह बिटकॉइन का हल्का और ज्यादा रफ्तार वाला रूप है। इसे बिटकॉइन के सोर्स कोड पर ही बनाया गया है, इसलिए इसमें और बिटकॉइन में काफी समानताएं दिखती हैं। कॉइनडीसीएक्स के संस्थापक एवं मुख्य कार्य अधिकारी सुमित गुप्ता बताते हैं, 'असल में इसे कम कीमत वाले लेनदेन करने के लिए तैयार किया गया था और रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिहाज से यह काफी अच्छी है।'
रिपल
यह ब्लॉकचेन पर आधारित क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। इसका ज्यादातर इस्तेमाल बड़ी कंपनियां करती हैं, जिन्हें भारी रकम लेनी-देनी होती है।
टोकन
कई कंपनियों ने अपनी मुद्राएं निकाल दी हैं, जिन्हें टोकन कहा जाता है। इनका इस्तेमाल उसी कंपनी से सामान या सेवाओं के लेनदेन में किया जा सकता है, जिसने इन्हें जारी किया है। शेट्टी समझाते हैं, 'अगर आप अपना टोकन तैयार करना चाहते हैं तो नई ब्लॉकचेन बनाने की कोई जरूरत नहीं है। पहले से मौजूद किसी भी ब्लॉकचेन पर आप टोकन तैयार कर सकते हैं। नई ब्लॉकचेन बनाने की जरूरत तब पड़ती है, जब आप नया कॉइन तैयार करना चाहते हैं।'
कम से करें शुरू
जो क्रिप्टोकरेंसी में पहली बार शुरुआत करने जा रहे हैं, उन्हें बिटकॉइन पर ही दांव खेलना चाहिए। कॉइनक्रंच डॉट इन के संस्थापक नमीश सांघवी का कहना है, 'यह सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी है और इसके बारे में बहुत सारी जानकारी उपलब्ध है।' उनकी सलाह है कि एक बार क्रिप्टोकरेंसी की बारीकियां और काम करने के तरीके समझ आ जाएं तो आप दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में भी निवेश कर सकते हैं। नौसिखिया निवेशकों को तो पहला दांव बहुत छोटा बमुश्किल 100 रुपये का खेलना चाहिए। आपके कुल निवेश का 5 फीसदी से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी में नहीं होना चाहिए। बाजार हैसियत के लिहाज से शीर्ष 10-15 करेंसी से नीचे जाएंगे तो जोखिम हो सकता है। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत बढऩे के साथ ही अगर उनमें निवेश आपके तय आवंटन से ऊपर पहुंचे तो फौरन कुछ कॉइन बेचकर मुनाफा कमा लें। क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में इतना अधिक उतार-चढ़ाव रहता है कि मौका मिलते ही मुनाफा कमा लेना अच्छा रहेगा। जब भाव नीचे आए तो और निवेश कर दें। टुकड़ों में निवेश करने से आपको उतार-चढ़ाव का पूरा फायदा उठाने का मौका मिलेगा। बड़ी और अधिक स्थापित क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से आपको मंदी के दौर में भी रकम लगाए रहने का हौसला मिलेगा। आप दुनिया के कई हिस्सों में बिटकॉइन का इस्तेमाल मुद्रा के रूप में कर सकते हैं। इससे कई तरह का सामान खरीदा जा सकता है। आपको शायद यकीन नहीं हो मगर कई देशों में तो आप बिटकॉइन से एक कप कॉफी भी खरीद सकते हैं। लेकिन भारत में तस्वीर कुछ अलग है। अगर यहां आप कोई सामान खरीदने या किसी तरह की सेवा हासिल करने के लिए क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करते हैं तो आपको लेनदेन शुल्क के तौर पर खासी रकम चुकानी पड़ती है।
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