व्यवधान के बाद शेयरों में उछाल | सुंदर सेतुरामन / मुंबई February 24, 2021 | | | | |
बेंचमार्क सूचकांकों में बुधवार को तेजी आई जबकि तकनीकी व्यवधान के कारण नैशनल स्टॉक एक्सचेंज में कई घंटों तक कारोबार रुका रहा और इस वजह से देर तक कारोबार की अनुमति दी गई।
सेंसेक्स 1,030 अंक यानी 2.07 फीसदी चढ़कर 50,781 अंक पर बंद हुआ जबकि निफ्टी-50 इंडेक्स 274 अंक यानी 1.86 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 14,982 अंक पर बंद हुआ। 2 फरवरी, 2021 के बाद यह सेंसेक्स की सबसे बड़ी बढ़त है।
30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबारी सत्र के दौरान 49,649 अंक के निचले स्तर पर आ गया था क्योंंकि टीसीएस व आईटीसी जैसे ब्लूचिप शेयरों में तेज गिरावट आ गई थी।
बाजार के प्रतिभागियों ने बाजार में तेजी की वजह शॉर्ट कवरिंग और ओपन ट्रेड की बिकवाली को बताया। एनएसई पर कई ऑर्डर दिए गए, लेकिन उन्हें बीएसई पर बेचना पड़ा क्योंंकि एनएसई ने यह नहीं बताया कि कब ट्रेडिंग बहाल होगी। बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि इस वजह से जल्दबाजी में बिकवाली शुरू हो गई और इससे कई निवेशकों को नुकसान हुआ। उदाहरण के लिए टीसीएस का शेयर सामान्य कारोबारी अवधि समाप्त होने से पहले 9.4 फीसदी तक टूट गया था।
एनएसई व बीएसई ने कारोबार की अवधि बढ़ाकर 5 बजे शाम तक कर दी ताकि ओपन पोजीशन वाले निवेशकों को मदद मिल सके। हालांकि कारोबारी घंटे के विस्तार से संबंधित सूचना 3.20 बजे ही मिल पाई, तब तक नकदी बाजार में कई निवेशक अपने इंट्राडे पोजीशन बेच चुके थे।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के डेरिवेटिव व टेक्निकल विशेषज्ञ चंदन तापडिय़ा ने कहा, पिछले कारोबारी सत्रों में कमजोरी के कारण कुछ ट्रेडरों ने गिरावट की उम्मीद में शॉर्ट पोजीशन बनाए थे। हालांकि जब ट्रेडिंग शुरू हुई तो निवेशकों के पास अपने शॉर्ट पोजीशन कवर करने के लिए कुछ ही समय था। गुरुवार को डेरिवेटिव की एक्सपायरी होगी, ऐसे में हमने कुछ शॉर्ट कवरिंग के कारण बाजार में उछाल देखा।
येस सिक्योरिटीज के डेरिवेटिव विश्लेषक नवनीत डग्गा ने कहा, बाजार में कमजोरी के कारण काफी ज्यादा कॉल राइटिंग थी। काफी अल्गो चल पड़े क्योंकि बैंक निफ्टी व निफ्टी में ऊपरी स्ट्राइक कॉल ऑप्शंस पर बहुत ज्यादा ओपन इंटरेस्ट थे। आखिरी घंटों में ओपन इंटरेस्ट घटकर आधा रह गया। मूल रूप से काफी कॉल राइटर्स फंस गए थे और उन्हें ऊपरी स्तर पर अपनी पोजीशन कवर करनी पड़ी।
बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि सकारात्मक वैश्विक संकेतों के कारण शेयर कीमतों में मजबूती आई। यूरोपीय बाजार में एक फीसदी से ज्यादा तेजी देखी गई, जिसकी वजह अमेरिकी फेडरल रिजर्व के उत्साहजनक आउटलुक और शानदार आर्थिक आंकड़े थे।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों मे दो तिहाई से ज्यादा बढ़त के साथ बंद हुए। एचडीएफसी का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा और उसमें 5.04 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई। ऐक्सिस बैंक व आईसीआईसीआई बैंक में क्रमश: 4.6 फीसदी व 4.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। दो को छोड़कर बीएसई के सभी क्षेत्रीय सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। बैंंकिंग व वित्तीय शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी आई और उनके सूचकांक क्रमश: 3.7 फीसदी व 3.3 फीसदी चढ़े।
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