निफ्टी की 31 फर्मों पर जिंस संबंधी जोखिम | पुनीत वाधवा / नई दिल्ली February 22, 2021 | | | | |
बोफा सिक्योरिटीज की एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि बढ़ती जिंस कीमतों ने बाजारों के लिए चुनौती पैदा कर दी है। निफ्टी-50 की 31 कंपनियों पर कमोडिटी-संबंधित जोखिम गहराने की आशंका है। शोध एवं ब्रोकिंग फर्म ने चेतावनी दी है कि जिंस कीमतों में वृद्घि का पूरा प्रभाव दिखना बाकी है। इसे देखते हुए उसे इक्विटी बाजार के समेकित होने का अनुमान है।
बोफा के अनुमानों के अनुसार,ज्यादा कर्ज वाले क्षेत्रों में, कच्चे माल की डिस्क्रेशनरी क्षेत्र के लिए 57 प्रतिशत बिक्री शामिल है, जिसके बाद मैटेरियल के लिए 36 प्रतिशत, स्टेपल्स के लिए 31 प्रतिशत, ऊर्जा के लिए 29 प्रतिशत, उद्योगों के लिए 28 प्रतिशत, यूटिलिटीज के लिए 27 प्रतिशत और हेल्थकेयर क्षेत्र के लिए 22 प्रतिशत बिक्री शामिल है।
बोफा सिक्योरिटीज में इक्विटी रणनीतिकार (भारत) अमीश शाह द्वारा मिलकर तैयार की गई 22 फरवरी की रिपोर्ट में कहा गया है, 'अब तक, कंपनियों पर पूरा प्रभाव नहीं देखा गया है, क्योंकि उनके पास कम कीमत का कच्चा माल मौजूद था, लेकिन अब हम इसे आसन्न खतरे के तौर पर देख रहे हैं। वित्त और आईटी सेवा क्षेत्रों के लिए प्रभाव नहीं दिखा है।'
उनके विश्लेषण के अनुसार, इस्पात, सीमेंट, कच्चा तेल, कोयला, तांबा, एल्युमीनियम, लौह अयस्क, पाम ऑयल और कास्टिक सोडा निफ्टी-50 कंपनियों के लिए प्रमुख जिंसें हैं, जिनकी कीमतें जून 2020 से 75 प्रतिशत तक चढ़ी हैं।
बोफा सिक्योरिटीज ने कहा है, 'इसके बावजूद, बाजार ने अब तक जिंस में तेजी के जोखिम को नजरअंदाज किया है, क्योंकि कई निफ्टी शेयरों (स्टपेल्स क्षेत्र को छोड़कर) के लिए सकल मार्जिन वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही के दौरान बढ़ा। अक्सर 17-85 दिन के बीच इन्वेंट्री से अब तक जिंसों की कीमत वृद्घि के प्रभाव मदद मिली।' प्रमुख धातुओं में, एलएमई पर तांबा की कीमतें सितंबर 2011 के बाद से पहली बार 9,000 डॉलर प्रति टन के स्तर के पार पहुंची हैं। चीन के नव वर्ष के बाद मांग में तेजी की उम्मीद तांबे की कीमतों में इजाफा हुआ है। एलएमई पर तीन महीने का तांबा 3.1 प्रतिशत चढ़कर 9,187 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया, जो सितंबर 2011 के बाद से सर्वाधिक है। जेफरीज में इक्विटी रणनीति के वैश्विक प्रमुख क्रिस्टोफर वुड ने निवेशकों को भेजी अपनी ताजा रिपोर्ट में लिखा है, 'यदि तेल कीमतें निश्चित तौर पर चढ़ सकती हैं तो यही रुझान तांबे में भी देखा जा सकता है।'
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