स्मार्टफोन के लिए मांग में सुधार और इनके निर्माण की बढ़ती लागत की वजह से स्थानीय स्मार्टफोन बाजार वर्ष 2021 में 2 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े पर पहुंच सकता है। जहां कोविड महामारी से पैदा हुए दबाव ने पिछले साल पहली बार इस बाजार के आकार में कमी को बढ़ावा दिया, वहीं चालू वर्ष में बाजार बिक्री और वैल्यू, दोनों के संदर्भ में अप्रत्याशित स्तरों को छू सकता है। वर्ष 2020 में, स्थानीय बाजार में मोबाइल फोन की खेपों के संदर्भ में बड़ी गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि कलपुर्जों के लिए आपूर्ति की किल्लत पैदा हुई और लॉकडाउन ने बाजार को वर्ष की पहली छमाही के दौरान कमजोर बना दिया था। आईडीसी ने कहा है, 'कोविड की वजह से घरों में रहने, घर से काम करने, घर से ही शिक्षा प्राप्त करने, यात्रा पर प्रतिबंधों और निर्माण गतिविधियां बंद होने से पहली छमाही में कमजोरी को बढ़ावा मिला और शिपमेंट में सालाना आधार पर 26 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।' कुल खेपों में पहली बार गिरावट दर्ज की गई और ये 2019 के 15.3 करोड़ से दो प्रति घटकर 15 करोड़ यूनिट रह गई। हालांकि हैंडसेट की औसत बिक्री कीमत (एएसपी) में गिरावट आई है जिससे बिक्री की संख्या में गिरावट के मुकाबले बाजार आकार ज्यादा प्रभावित हुआ। अनुमानों के अनुसार, पिछले साल स्मार्टफोन के लिए एएसपी सालाना आधार पर 5 प्रतिशत तक घटकर 11,200 रुपये रह गई। वर्ष 2020 में बाजार में अपनी शुरुआत के बाद 2020 से पहले स्मार्टफोन के लिए भारतीय बाजार में एएसपी में गिरावट कभी दर्ज नहीं की गई। परिणामस्वरूप, वर्ष 2020 में कुल बाजार आकार 2019 के 1.77 लाख करोड़ से घटकर 1.68 लाख करोड़ रुपये का रह गया। विश्लेषकों के अनुसार, कमजोर आर्थिक परिदृश्य ने इस गिरावट में अहम योगदान दिया। आईडीसी में शोध निदेशक नवकेंदर सिंह ने कहा, 'बाजार में उपभोक्ता अपने हैंडसेट को अपग्रेड करने को लेकर कम उत्साहित थे। ज्यादातर बिक्री ऐसी खरीदारी तक केंद्रित थी, जो बच्चों की शिक्षा जैसे जरूरी कार्य के लिए थी।' वेतन कटौती, रोजगार पर संकट और कमजोर उपभोक्ता धारणा, ज्यादातर उपभोक्ताओं द्वारा सस्ते विकल्प चुने जाने से बिक्री प्रभावित हुई। यह पिछले रुझान से काफी अलग था, क्योंकि पहले उपभोक्ता एएसपी को बढ़ावा दे रहे थे क्योंकि वे स्मार्टफोन पर ज्यादा खर्च करने को इच्छुक थे। इस साल, हालांकि एएसपी में तेजी और ऊंची बिक्री को देखते हुए यह बाजार 2 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाने का अनुमान है। 2019 की 11,600 रुपये की अपनी पिछली ऊंचाई से, स्मार्टफोन के लिए एएसपी अब 12,300 रुपये के पार पहुंचने की संभावना है। ऐसे कई कारक हैं जिनसे बाजार को मजबूती मिलने की संभावना है। अर्थव्यवस्था लॉकडाउन से जूझने के बाद बिक्री बढ़ी है। विश्लेषकों के अनुसार, यात्रा पर प्रतिबंधों से एंटरटेनमेंट, वर्क फ्रॉम होम, और रिमोट लर्निंग जैसी गतिविधियों के लिए डिवाइसों की जरूरत पैदा हुई, जिससे प्रति परिवार कई डिवाइस के लिए मांग पैदा हुई है। जहां सितंबर तिमाही में शिपमेंट सालाना आधार पर 17 प्रतिशत तक बढ़ीं, वहीं दिसंबर में इसमें 21 प्रतिशत की वृद्घि दर्ज की गई, जिससे दोनों तिमाहियों के लिए नए रिकॉर्ड कायम हुए। आईडीसी का अनुमान है कि 2021 में, स्मार्टफोन बाजार ऊंची एक अंक की वृद्घि दर से बढ़ेगा और कुल खेपों का आंकड़ा 16 करोड़ के पार पहुंच जाएगा।
