सुधार वाले शेयरों पर निवेशकों का दांव | |
पुनीत वाधवा / नई दिल्ली 02 18, 2021 | | | | |
वर्ष 2020 में महामारी के शुरुआती दौर में दवा, एफएमसीजी और आईटी जैसे सुरक्षित दांव पर जोर देने के बाद निवेशक अब आर्थिक दबाव के बाद चक्रीयता संबंधी सुधार पर दांव लगा रहे हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में कई शेयर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि जून-जुलाई तक, फार्मा और एफएमसीजी जैसे सुरक्षित क्षेत्र अग्रणी थे, जिसके बाद आईटी कंपनियों की लोकप्रियता में इजाफा हुआ, क्योंकि निवेशक महामारी से पैदा हुई अनिश्चितता और अर्थव्यवस्था पर उसके प्रभाव को देखते हुए सुरक्षित दांव लगाना चाहते थे। अगस्त-सितंबर से, ऑटो और बैंकिंग एवं वित्त जैसे चक्रीयता आधारित शेयरों में तेजी आई है। बजट के बाद, इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों, औद्योगिक कंपनियों, और पीएसयू के शेयरों में तेजी आई है। एसीई इक्विटी के आंकड़े से पता चलता है कि साल में अब तक (वाईटीडी) आधार पर, वाहन, बैंक, इन्फ्रास्ट्रक्चर, रियल्टी और धातु सूचकांकों ने एनएसई पर अच्छा प्रदर्शन किया है और इनमें 10 से 32 प्रतिशत के बीच तेजी दर्ज की गई, जबकि निफ्टी में 9 प्रतिशत की तेजी आई। दूसरी तरफ, आईटी, मीडिया, फार्मा और एफएमसीजी सूचकांकों ने कमजोर प्रदर्शन किया है।
विश्लेषकों का कहना है कि घरेलू मोर्चे पर उम्मीद से बेहतर आर्थिक सुधार से घरेलू चक्रीयता, औद्योगिक तथा वित्त में और तेजी आ सकती है, क्योंकि वैश्विक केंद्रीय बैंक आसान मौद्रिक नीति पर लगातार ध्यान दे रहे हैं जिससे भारत समेत उभरते बाजारों में पर्याप्त तरलता सुनिश्चित हुई है।
इक्विनॉमिक्स रिसर्च के संस्थापक एवं मुख्य निवेश अधिकारी जी चोकालिंगम ने कहा, 'कैलेंडर वर्ष 2020 कोविड महामारी और सुरक्षित बने रहने की चुनौती से जुड़ा रहा। कैलेंडर वर्ष 2021 में लोग जोखिम लेने को तैयार दिख रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, चक्रीयता संबंधित शेयर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। रक्षात्मक रणनीति ने 2020 में भी अच्छा काम किया और निवेशक अब वृद्घि के अगले चरण पर ध्यान दे रहे हैं। इसलिए रक्षात्मक से चक्रीयता की ओर रुझान बढ़ा है।'
भारत में शेयरों के प्रति बदलाव में बड़ा योगदान बजट घोषणाओं का रहा है। सरकार के विनिवेश एजेंडे, बैड बैंक बनाने के प्रस्ताव, कुछ खास पीएसबी के निजीकरण और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोर ऐसे मुख्य उत्प्ररेक बन गए हैं जिनसे संबंधित शेयरों में तेजी को बढ़ावा मिला है।
आदित्य बिड़ला सनलाइफ म्युचुअल फंड में मुख्य निवेश अधिकारी महेश पाटिल का कहना है, 'फार्मा, आईटी, और एफएमसीजी जैसे रक्षात्मक दांव पर विराम लग सकता है। हालांकि फार्मा और आईटी का स्थान पोर्टफोलियो में बना रह सकता है। खासकर आईटी सेक्टर में वृद्घि की रफ्तार इस साल सुधरने की संभावना है। सौदों का प्रवाह मजबूत है और आईटी कंपनियां मजबूत आय वृद्घि दर्ज कर सकती हैं। भले ही फार्मा और आईटी सापेक्षिक आधार पर कमजोर प्रदर्शन कर सकते हैं, लेकिन गिरावट की स्थिति में सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।'
वैश्विक स्तर पर भी, फंड प्रबंधक अब वी-आकार के आर्थिक सुधार पर दांव लगा रहे हैं और इस संबंध में उनका मानना है कि इससे चक्रीयता संबंधित शेयरों में तेजी को बढ़ावा मिल सकता है। बोफा ने 5-11 फरवरी, 2021 के बीच 645 अरब डॉलर की एयूएम वाले 225 म्युचुअल फंड, हेज फंड, और पेंशन फंड प्रबंधकों का सर्वे कराया। फंड प्रबंधक सर्वे के निष्कर्ष से पता चलता है कि निवेशक चक्रीयता वाले शेयरों, जिंसों, उभरते बाजारों, उद्योग, और बैंकों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
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