होटल शेयरों में निवेश का अच्छा मौका | पुनीत वाधवा / नई दिल्ली February 16, 2021 | | | | |
घरेलू यात्रा उद्योग कोविड के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ क्योंकि वैश्विक महामारी और उसकी रोकथाम के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के कारण उसकी वित्तीय स्थिति तहस-नहस हो गई। हालांकि पिछले कुछ महीनों से आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है और छुट्टियों के दौरान सैर-सपाटे और कारोबारी यात्रा, दोनों श्रेणियों में सुधार हुआ है। कारोबार और कोविड रिकवरी दर के वृहत संकेतकों में सुधार होने के साथ ही आतिथ्य सेवा क्षेत्र की मांग में भी सुधार होने की उम्मीद है, भले ही उसकी रफ्तार धीमी हो।
आईडीबीआई कैपिटल के अनुसंधान प्रमुख एके प्रभाकर ने कहा, 'जमीनी स्तर पर गौर करने से पता चलता है कि मांग में उल्लेखनीय तेजी आई है। इसके अलावा कमरे की लागत बढ़ गई है क्योंकि अधिक से अधिक लोग अब यात्रा के लिए तैयार हैं। उस लिहाज से होटल किराये में कोई छूट देने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। जबकि पिछले कुद वर्षों के दौरान ऐसा नहीं दिखा था। यह सब होटल क्षेत्र के लिए अच्छा रहेगा। इस बीच, कम ऋण बोझ और घरेलू बाजार पर केंद्रित होटलों का प्रदर्शन अच्छा दिखना चाहिए क्योंकि विदेश यात्रा पर अब भी तमाम तरह की पाबंदियां हैं।'
स्टॉक एक्सचेंज पर अधिकतर होटल शेयरों ने अपने मार्च 2020 के निचले स्तर से बढ़त दर्ज की है। आईटीडीसी, लेमन ट्री होटल्स, इंडियन होटल्स, ईआईएच और ताज जीवीके के शेयरों में उसके बाद से अब तक 56 से 163 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।
रियल्टी सलाहकार फर्म जेएलएल की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत के आतिथ्य सेवा उद्योग के प्रति उपलब्ध कमरे के राजस्व में कैलेंडर वर्ष 2020 के दौरान कैलेंडर वर्ष 2019 के मुकाबले 54.9 फीसदी की गिरावट आई है। लेकिन स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
जेएलएल के प्रबंध निदेशक (होटल्स ऐंड हॉस्पिटैलिटी ग्रुप- साउथ एशिया) जयदीप डांग ने कहा, 'हम 2021 में घरेलू कारोबारी यात्रा में सुधार के संकेत पहले से ही देख रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि मार्च-अप्रैल 2021 के बाद कारोबारी होटलों में ऑक्युपेंसी बढ़ेगी क्योंकि कंपनियां धीरे-धीरे यात्रा संबंधी पाबंदियां हटा रही हैं। इसके अलावा छुट्टियां बिताने के लिए सैर-सपाटे से भी देश में होअल ऑक्युपेंसी को रफ्तार मिलेगी। फूड ऐंड बेवरिेजेस (एफऐंडबी) की मांग में भी लगातार वृद्धि होने के आसार हैं क्योंकि बाहर जाकर खाना खाने में भी सुधार हो रहा है।'
जेएलएल की रिपोर्ट में कहा गया है कि विभिन्न क्षेत्रों में गोवा प्रति कमरा औसत राजस्व के मोर्चे पर अग्रणी बनकर उभरा है जबकि दिसंबर 2020 तिमाही में एक साल पहले की समान तिमाही के मुकाबले इसमें 33.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान बेंगलूरु में प्रति कमरा औसत राजस्व में 77 फीसदी की सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई। इस क्षेत्र पर नजर रखने वाले आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषक रशेष शाह ने कहा, इस क्षेत्र में सुधार को मुख्य तौर पर सप्ताहांत के दौरान सैर-सपाटे, त्योहारी सीजन, शादी-विवाह और एफऐंडबी मांग से रफ्तार मिली है।'
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