साल 2021 की जनवरी-मार्च तिमाही में रोजमर्रा के इस्तेमाल की वस्तु (एफएमसीजी) क्षेत्र की जोरदार वापसी होने की उम्मीद है। बाजार शोध फर्म नील्सन आईक्यू ने 4.3 लाख करोड़ रुपये के एफएमसीजी उद्योग में पिछले कुछ महीनों के प्रदर्शन के आधार पर यह अनुमान जताया है। नील्सन ने मंगलवार को जारी अपने पूर्वानुमान में कहा कि एफएमसीजी क्षेत्र ने लॉकडाउन के निचले स्तर को पीछे छोड़ते हुए नवंबर एवं दिसंबर 2020 में 9 फीसदी की मासिक वृद्धि दर्ज की थी और नए साल की पहली तिमाही में यह सिलसिला कायम रहने की संभावना है। नील्सन के खुदरा बुद्धिमत्ता प्रमुख (भारत) दीप्तांशु रे कहते हैं, 'नवंबर-दिसंबर के प्रदर्शन को देखते हुए हमारा अनुमान है कि चालू तिमाही और 2021 के पूरे कैलेंडर साल में एफएमसीजी क्षेत्र में मजबूत सकारात्मक वृद्धि रहेगी।' हालांकि नील्सन देश के कुछ हिस्सों में कोविड महामारी की दूसरी लहर आने की आशंका और कारोबार पर उसके असर को देखते हुए बारीक निगाह भी रखे हुए है। महाराष्ट्र और खासकर मुंबई में फिर से कोविड संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। वहीं दिल्ली एवं अन्य जगहों पर कोविड संक्रमण में वृद्धि का दिखना अभी बाकी है लेकिन विशेषज्ञों ने मार्च-अप्रैल के आसपास देश में कोविड-19 की दूसरी लहर आने की चेतावनी दी हुई है। लेकिन अभी तो एफएमसीजी क्षेत्र लहर पर सवार है। नील्सन आईक्यू के मुताबिक उपभोक्ता मांग का पैमाना माने जाने वाला एफएमसीजी क्षेत्र अक्टूबर-दिसंबर 2020 में 7.1 फीसदी की दर से बढ़ा था जो मांग में वृद्धि वाली लगातार दूसरी तिमाही थी। शोध फर्म का कहना है कि खाद्य, स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं ग्रामीण क्षेत्रों से निकली मांग ने उसकी वृद्धि को रफ्तार दी थी।
