इंडस टावर में अपनी हिस्सेदारी की बिक्री से फायदे के दम पर वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही में वोडाफोन आइडिया अपना शुद्ध नुकसान घटाकर 4,532 करोड़ रुपये पर लाने में कामयाब हुई। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का शुद्ध नुकसान 6,438 करोड़ रुपये रहा था। दूरसंचार कंपनी अपना ग्राहक नुकसान काफी हद तक कम करने में सफल रही, लेकिन अन्य मानकों मसलन औसत राजस्व प्रति ग्राहक (एआरपीयू) के मामले में समकक्ष कंपनियों से पिछड़ गई। कंपनी ने दूसरी तिमाही में 80 लाख ग्राहक गंवाए थे और तीसरी तिमाही में इस गिगरावट पर लगाम कसने में वह कामयाब रही। तीसरी तिमाही में कंपनी के ग्राहकों की संख्या 26.98 करोड़ रही, जो क्रमिक आधार पर 20 लाख कम है। एयरटेल ने दिसंबर तिमाही में 1.42 करोड़ ग्राहक हासिल किए। रिलायंस जियो ने इस दौरान 52 लाख ग्राहक जोड़े। वोडा आइडिया ने 4जी ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी देखी क्योंकि कंपनी ने नेटवर्क व कवरेज में निवेश बढ़ाया है। तिमाही में कंपनी ने करीब 12,000 एफडीडी साइट जोड़े। कंपनी के 4जी ग्राहक 36 लाख बढ़कर 10.97 करोड़ पर पहुंच गई। डेटा वॉल्यूम में इजाफे के बावजूद वोडाफोन आइडिया एआरपीयू के मामले में समकक्ष कंपनियों से पीछे रही। कंपनी ने क्रमिक तौर पर इसमें 1.6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की और यह 121 रुपये पर पहुंच गया, लेकिन एयरटेल व रिलायंस जियो के मुकाबले इसकी रफ्तार कम रही, जिसने तीसरी तिमाही में एआरपीयू में क्रमश: 2.4 फीसदी व 4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की। एक बयान में कंपनी के प्रबंध निदेशक और सीईओ रविंदर टक्कर ने कहा, तीसरी तिमाही में हमने ग्राहकों को बनाए रखने और परिचालन के मोर्चे पर सुधार दर्ज किया, जिसे गीगानेट का सहारा मिला, जो भारत में सबसे तेज 4जी नेटवर्क बना हुआ है। हम अपनी रणनीति के क्रियान्वयन पर ध्यान बनाए हुए हैं और बचत के लिए लागत के मोर्च पर बनी योजना पटरी पर है। बोर्ड ने फंड जुटाने की मंजूरी दे दी है और हम संभावित निवेशकों के साथ सक्रियता से बातचीत कर रहे हैं।
