निजी इक्विटी फर्म एडवेंट इंटरनैशनल ने जेडसीएल केमिकल्स लिमिटेड (जेडसीएल) में बहुलांश हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। जेडसीएल देश में तेजी से उभरने वाली एक प्रमुख औषधि कंपनी है। इसे पूर्व में झंडु केमिकल्स लिमिडेट के नाम से जाना जाता था। सूत्रों के अनुसार, एडवेंट ने 1,700 करोड़ रुपये के एंटरप्राइज मूल्य पर कंपनी में 51 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की है। इस लेनदेन के साथ ही मॉर्गन स्टैनली प्राइवेट इक्विटी एशिया (एमएसपीईए) जेडसीएल से अपना निवेश समेट लेगी। इस निजी इक्विटी प्लेटफॉर्म ने जेडसीएल में अल्पांश हिस्सेदारी खरीदी थी। जेडसीएल केमिकल्स के सलाहकारों में जेफरीज (पूर्ण वित्तीय सलाहकार), बॉम्बे लॉ चैम्बर्स (कानूनी सलाहकार) और डेलॉयट (वित्त एवं कर सलाहकार) शामिल हैं। जेडसीएल विशेषीकृत ऐक्टिव फार्मास्युटिकल इनग्रेडिएंट्स (एपीआई) की तेजी से उभरती विनिर्माताओं में शामिल है। भारत में एडवेंट इंटरनैशनल की प्रमुख एवं प्रबंध निदेशक श्वेता जालान ने कहा, 'जेडसीएल भारत के औषधि क्षेत्र में हमारा तीसरा निवेश होगा जबकि एपीआई क्षेत्र में यह दूसरा निवेश होगा। जेडसीएल एक समर्थ प्रबंधन टीम के नेतृत्व में उच्च वृद्धि के साथ कारोबार कर रही है। इससे एपीआई बाजार में हमारी मौजूदगी बढ़ेगी।' पिछले 12 महीनों के दौरान एडवेंट ने दुनिया भर में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में 1.2 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है। कंपनी ने इस दौरान चार भारतीय कारोबार में 60 करोड़ डॉलर के निवेश के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की है। देश में कंपनी ने स्वास्थ्य सेवा, उपभोक्ता, वित्तीय सेवा आदि क्षेत्रों में निवेश कर रही है। जेडसीएल केमिकल्स लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक निहार पारिख ने कहा, 'हम एडवेंट की साझेदारी और इस सौदे को लेकर काफी खुश हैं। पिछले 12 महीनों के दौरान हमने जेडसीएल को देश की एक अग्रणी एपीआई कंपनी के रूप में स्थापित किया है और आज उन प्रयासों को एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव है। हम जेडसीएल के भविष्य को लेकर काफी उत्साहित हैं।'टॉरंट फार्मा का शुद्ध लाभ बढ़ा टॉरंट फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के अमेरिकी कारोबार को 24 फीसदी का झटका लगने के बावजूद 31 दिसंबर 2020 को समाप्त तिमाही में कंपनी के समेकित शुद्ध लाभ में 18 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। तिमाही के दौरान कंपनी ने 297 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया जो एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 251 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। तिमाही के दौरान अमेरिकी बाजार से प्राप्त राजस्व 24 फीसदी घटकर 292 करोड़ रुपये रह गया जबकि भारतीय बाजार से प्राप्त राजस्व में 7 फीसदी बढ़कर 930 करोड़ रुपये हो गया। परिणामस्वरूप कंपनी का समेकित परिचालन राजस्व करीब 1 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 2,003 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले की समान तिमाही में यह आंकड़ा 2,019 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही के दौरान अमेरिकी बाजार से प्राप्त कंपनी का राजस्व 24 फीसदी घटकर 292 करोड़ रुपये रह गया। तिमाही के दौरान 47 लंबित एएनडीए की मंजूरी और 6 को अस्थायी मंजूरी मिली। बीएस
