सेंसेक्स थमा 50,000 के पार | सुंदर सेतुरामन / मुंबई February 03, 2021 | | | | |
बजट प्रस्तावों से उत्साहित बाजार में लगातार तेजी बनी हुई है और बेंचमार्क सेंसेक्स आज पहली बार 50,000 के स्तर के पार बंद हुआ। सेंसेक्स 458 अंक चढ़कर 50,256 पर बंद हुआ। पिछले तीन सत्र में सूचकांक करीब 9 फीसदी चढ़ा है और बाजार पूंजीकरण में 12.3 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।
अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खर्च बढ़ाने की योजना का प्रस्ताव किया है, जिससे बाजार में तेजी देखी जा रही है। करों में किसी तरह का बदलाव किए बिना संपत्तियों की बिक्री, निजीकरण और पूंजीगत व्यय बढ़ाने के प्रस्ताव से दलाल पथ खुश है।
निफ्टी भी 142 अंक चढ़कर 15,790 पर बंद हुआ और 15,000 के ऐतिहासिक स्तर से महज 1.5 फीसदी कम है। पिछले साल मार्च में सूचकांकों द्वारा यह कीर्तिमान हासिल करना असंभव लग रहा था। उस समय कोविड के डर से बिकवाली की वजह से सेंसक्स लुढ़क कर 25,981 पर और निफ्टी 7,601 पर आ गया था।
मार्च के निचले स्तर से सूचकांकों में करीब 93 फीसदी से ज्यादा की तेजी आ चुकी है। विदेशी निवेशकों की लिवाली और आर्थिक सुधार में तेजी के साथ कंपनियों की आय बढऩे से भी बाजार को दम मिला है।
महामारी की मार से उबरने के लिए अधिकांश विकसित देशों ने भारी-भरकम वित्तीय प्रोत्साहनों की घोषणा की है। इन राहत उपायों से निवेशकों में जोखिम लेने का साहस बढ़ा, जिससे दुनिया भर के बाजारों में तेजी आई है। मई 2020 से अब तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। कुछेक मौकों को छोड़ दें तो विदेशी निवेशक लगातार लिवाली कर रहे हैं।
बजट से पहले के हफ्ते में विदेशी निवेशक शुद्घ बिकवाली की, जिससे सूचकांक में 7 फीसदी की गिरावट आई थी। हालांकि बाद में उन्होंने जमकर लिवाली की जिससे बाजार सरपट भागने लगा। आज विदेशी निवेशकों ने 2,521 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। बीते तीन दिन में उन्होंने 10,000 करोड़ रुपये की लिवाली की है।
सेंसेक्स वित्त वर्ष 2023 के आय के अनुमान से 22 गुना पर कारोबार कर रही है जो दीर्घावधि के औसत 16 गुना से काफी ज्यादा है। कुछ का मानना है कि कंपनियों की आय में तेज सुधार होता है तो मूल्यांकन सामान्य हो जाएगा। पूंजीगत निवेश से लाभान्वित होने वाली कंपनियों और बैंकों के शेयरों में इस हफ्ते सबसे ज्यादा तेजी आर्ई है।
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