मुंबई में स्थानीय रेल सेवा बहाल होने से यात्री खुश | जगदीश चालके / मुंबई February 03, 2021 | | | | |
लॉकडाउन के कारण पिछले आठ महीने से आम लोगों के लिए बंद पड़ी लोकल रेल सेवा आज से दोबारा शुरू हो गई है। लोकल ट्रेन सेवा आम लोगों के लिए बहाल होने से आमजन काफी खुश हैं।
देश में लॉकडाउन के समय से मुंबई में आम लोगों के लिए ट्रेन बंद थी। आवश्यक सेवा में जुटे कर्मियों के लिए ही रेल चालू थी, लेकिन अब सामान्य जनता के लिए भी 1 फरवरी से रेल सेवा बहाल कर दी गई है। दफ्तर के भीड़भाड़ वाले समय को छोड़कर कम भीड़ वाले वक्त में समान्य लोग सवेरे 7 बजे से पहले और दोपहर 12 बजे से शाम 4 तक तथा रात को 9 बजे के बाद से यात्रा कर सकते हैं। जबकि दफ्तर जाने वाले लोग सुबह 7 से 12 बजे और शाम 4 से रात 9 बजे तक यात्रा कर सकते हैं।
मुंबई की जीवन रेखा कही जाने वाली रेल सेवा शुरू करने के निर्णय से सामान्य जनता बहुत खुश है। मुंबई के विरार से लेकर चर्चगेट पश्चिम रेल, कल्याण से छत्रपति शिवाजी टर्मिनल मध्य रेल और पनवेल से छत्रपति शिवाजी टर्मिनल तक हार्बर रेलवे लाइन पर दफ्तरों में काम करने वाले लाखों यात्रा करते हैं। सेवा बहाल होने के पहले ही दिन सभी स्टेशन पर लोगों की कतारें लगी हुई थीं। दादर, विरार, पनवेल स्टेशन पर ज्यादा लंबी कतारें थीं। हार्बर लाइन के खारघर स्टेशन में 31 जनवरी के मुकाबले सोमवार को दोगुना टिकट वितरण हुआ। 31 जनवरी को तकरीबन 1,850 टिकट वितरण हुआ था। और 1 फरवरी को करीब 3,900 टिकट वितरण हुआ।
मध्य रेल के उपनगरीय समिति के सलाहकार मनोहर शेलार ने कहा कि आम जनता के लिए दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक ट्रेन चालू करने का निर्णय अच्छा है। हमारी मांग है कि शुक्रवार रात 9 बजे से सोमवार सवेरे 7 बजे तक आम आदमी के लिए ट्रेन खुलनी चाहिए। इस अवधि में दफ्तर कर्मियों की छूटी रहती है। हमने इसके लिए पत्र लिखा है। कई वर्षों से हमारी दूसरी मांग यह रही है कि ट्रेन में होने वाली भीड़ कम करने के लिए दफ्तर का समय बदलना चाहिए जिसमें बैंक का समय सवेरे 9 बजे, सरकारी नौकरी करने वालों का समय 10.30 बजे और निजी दफ्तरों में काम करने वालों का समय 12 बजे तक होना चाहिए। इसमे डेढ़ घंटे का समय मिलता है। इससे भीड़ कम होगी। और बाकी जगहों पर ट्रैफिक कम होगा।
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