योगी सरकार ने शुरू किया दो सौर ऊर्जा संयंत्रों का संचालन | बीएस संवाददाता / लखनऊ February 02, 2021 | | | | |
क्लीन ऐंड ग्रीन एनर्जी अभियान पर आगे बढ़ते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने दो सौर ऊर्जा संयंत्रों का संचालन शुरू कर दिया है। योगी सरकार की योजना उत्तर प्रदेश में दो सालों में सौर ऊर्जा से 5,000 मेगावॉट बिजली उत्पादन की है।
उत्तर प्रदेश सरकार की सौर ऊर्जा नीति के तहत देश की सबसे बड़ी बिजली कंपनी नैशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) की ओर से कानपुर में स्थापित प्रदेश के सबसे बड़ा 140 मेगावॉट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र से बीते महीने के दूसरे सप्ताह में बिजली आपूर्ति संचालित कर दी गई है। यह सौर ऊर्जा संयंत्र कानपुर जिले के बिल्हौरतालुक में उत्तरीपुर गांव के 700 एकड़ भूमि पर स्थापित किया गया है। इस परियोजना को लगाने के लिए यूपी नेडा की ओर से एनटीपीसी का चयन खुली प्रतिस्पर्धात्मक एवं ई-रिवर्स नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से किया गया था।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण के निदेशक भवानी सिंह खंगारौत ने बताया कि इस सौर परियोजना से हर साल लगभग 319 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इस बिजली की आपूर्ति उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को 3.19 रुपये प्रति यूनिट की दर से की जाएगी। इस परियोजना के जरिये प्रदेश में 687 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।
खंगारौत ने बताया कि इसी प्रकार प्रदेश सरकार की सौर ऊर्जा नीति- 2017 के तहत ही 50 मेगावॉट क्षमता की एक अन्य सौर परियोजना को चित्रकूट जिले में 24 जनवरी, 2021 को शुरु किया गया है। इस परियोजना को पंजाब के सुखबीर एग्रो लिमिटेड की ओर से स्थापित किया गया है। इससे हर साल 109 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा और इसकी आपूर्ति 3.20 रुपये प्रति यूनिट की दर से यूपीपीसीएल को की जाएगी। इस परियोजना के जरिये प्रदेश में कुल 350 करोड़ रुपये का निजी निवेश हुआ है।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन के बावजूद भी इन परियोजनाओं को निर्धारित समय से पहले ही शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में आधा दर्जन सौर ऊर्जा परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। सीतापुर, वाराणसी जिलों में कूड़े व जैविक ईंधन से बिजली बनाने की परियोजनाओं पर काम चल रहा है।
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