मुंबई की जीवन रेखा कही जाने वाली लोकल ट्रेन 29 जनवरी से लगभग पूरी तरह पटरियों पर दौड़ना शुरू कर देंगी। मुंबई उपनगरीय क्षेत्र में शुक्रवार से 204 विशेष लोकल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके साथ ही मुंबई में 95 फीसदी लोकल ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। आम नागरिकों को भी जल्द ही लोकल ट्रेन में सफर करने की अनुमति दे दी जाएगी। फिलहाल आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों और महिलाओं को ही लोकल ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति है। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके जानकारी दी कि पश्चिम रेलवे और मध्य रेलवे ने 29 जनवरी से मुंबई उपनगरीय सेवाओं को 2,781 से बढ़कर 2,985 करने का निर्णय लिया है। इससे पहले मध्य रेलवे और पश्चिमी रेलवे की ओर से मंगलवार को जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि अतिरिक्त ट्रेनें चलाने के साथ ही उपनगरीय नेटवर्क पर चालू सेवाओं की कुल संख्या बढ़कर 2,985 हो जाएगी। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि 204 अतिरिक्त सेवाएं शुरू होने के साथ कुल लोकल ट्रेन सेवाओं की लगभग 95 प्रतिशत सेवाएं बहाल हो जाएंगी जो कोविड-19 महामारी से पहले मध्य रेलवे और पश्चिमी रेलवे द्वारा संयुक्त रूप से संचालित की जा रही थीं। बयान में कहा गया है कि मध्य रेलवे ने अब 1,580 उपनगरीय सेवा की संख्या को बढ़ाकर 1,685 कर दिया है और पश्चिमी रेलवे ने 1,201 सेवाओं को बढ़ाकर 1,300 कर दिया है। यह शुक्रवार से प्रभावी होगा। संयुक्त वक्तव्य जारी करने से पहले पश्चिमी रेलवे ने कहा कि वह अपने नेटवर्क पर सौ प्रतिशत उपनगरीय सेवाएं बहाल कर देगा, लेकिन बाद में यह निर्णय वापस ले लिया गया। लोकल ट्रेन सेवाओं की संख्या बढ़ाने से पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि सभी यात्रियों को उपनगरीय ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति देने पर निर्णय जल्दी ही किया जाएगा। पिछले काफी समय से मुंबई के तमाम लोग लोकल ट्रेन सेवा शुरू करने की मांग कर रहे हैं। पैसेंजर्स एसोसिएशन ने भी जल्द से जल्द सभी के लिए मुंबई लोकल ट्रेन शुरू करने की मांग की है। इस बीच मध्य रेलवे ने कहा है कि उसे अभी तक सेवा शुरू करने के लिए राज्य सरकार से कोई अनुरोध नहीं मिला है। वर्तमान में कोविड-19 महामारी को देखते हुए केवल कुछ श्रेणी के यात्रियों को ही मुंबई क्षेत्र में लोकल ट्रेन से यात्रा करने की अनुमति है जिसमें महिलाएं और आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग शामिल हैं। लॉकडाउन से पहले मुंबई की लोकल रेल सेवा से प्रतिदिन 85 लाख यात्री सफर कर रहे थे। प्रतिदिन 3,200 रेलगाड़ियां अपनी सेवाएं देती हैं। मुंबई महानगरीय क्षेत्र 157 स्टेशनों को मिलाकर 390 किलोमीटर तक फैला हुआ है। कोरोना काल में बंद ही हुई लोकल सेवा को आम लोगों के लिए शुरू करने की मांग यहां के नागरिक लगातार कर रहे हैं। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण अभी तक आम लोगों को इसमें सफर की इजाजत नहीं दी गई है।
