सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता बैंक ऑफ बड़ौदा ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 1,061 करोड़ रुपये का शुद्घ लाभ दर्ज किया है, जबकि वित्त वर्ष 2020 की समान अवधि में उसे 1,407 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। ब्याज आय में लगभग 7 प्रतिशत तक की गिरावट के बावजूद बैंक की शुद्घ ब्याज आय (एनआईआई) 8.65 प्रतिशत बढ़कर दिसंबर तिमाही में 7,749 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले की समान अवधि में 7,132 करोड़ रुपये थी, क्योंकि ब्याज खर्च काफी घट गया था। दिसंबर तिमाही में घरेलू शुद्घ ब्याज मार्जिन (एनआईएम) 11 आधार अंक तक बढ़कर 3.07 प्रतिशत पर रहा, जो पूर्ववर्ती मिताही में 2.96 प्रतिशत था और वैश्विक एनआईएम 1 आधार अंक तक सुधरकर 2.87 प्रतिशत पर दर्ज किया गया। बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार आया है, क्योंकि वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही में सकल एनपीए वित्त वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही के 10.43 प्रतिशत के मुकाबले सुधरकर 8.48 प्रतिशत पर दर्ज किय गया। वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में बैंक का सकल एनपीए 9.14 प्रतिशत पर था। दूसरी तरफ, शुद्घ एनपीए तिमाही आधार पर 12 आधार अंक सुधरकर 2.39 प्रतिशत रहा।केनरा बैंक का शुद्ध लाभ 9 फीसदी घटा सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने बुधवार को कहा कि तीसरी तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 9 फीसदी घटकर 696 करोड़ रुपये रह गया, जिसकी वजह प्रावधान में हुई बढ़ोतरी रही। पिछले साल अप्रैल से सिंडिकेट बैंक के हुए विलय के बाद के वित्तीय आंकड़े अब सामने रखे जा रहे हैं। एकल आधार पर हालांकि केनरा बैंंक का शुद्ध लाभ 111.2 फीसदी की बढ़त के साथ 696.06 करोड़ रुपये रहा। बैंक का सकल एनपीए एकीकृत आधार पर 236 आधार अंक घटकर दिसंबर के आखिर में 7.46 फीसदी रह गया। शुद्ध एनपीए 298 आधार अंक टूटकर 2.64 फीसदी रह गया। इस दौरान प्रावधान 61.25 फीसदी उछलकर 4,686 करोड़ रुपये पर पहुंच गया क्योंकि ज्यादातर प्रावधान अन्य श्रेणी के लिए किए गए। फंसे कर्ज पर प्रावधान एक साल पहले के 2,488 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,657 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। प्रावधान कवरेज अनुपात तीसरी तिमाही के आखिर में 84.9 फीसदी पर पहुंच गया। बैंक का परिचालन लाभ सालाना आधार पर 46.65 फीसदी बढ़कर 5,382 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस अवधि में शुद्ध ब्याज आय सालाना आधार पर 14.58 फीसदी बढ़कर 6,081 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। शुद्ध ब्याज मार्जिन सितंबर तिमाही के 2.82 फीसदी के मुकाबले घटकर दिसंबर तिमाही में 2.80 फीसदी रह गया। बीएसई पर बैंक का शेयर 1.83 फीसदी की गिरावट के साथ करीब 131.15 रुपये पर बंद हुआ।ऐक्सिस बैंक का शुद्ध लाभ 36 प्रतिशत घटा निजी क्षेत्र के ऐक्सिस बैंक का दिसंबर, 2020 में समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही का एकल शुद्ध लाभ 36.4 प्रतिशत घटकर 1,160.60 करोड़ रुपये रह गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक ने 1,757 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। बीएसई को दी जानकारी में बैंक ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय घटकर 19,274.39 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 19,494.87 करोड़ रुपये रही थी। समीक्षाधीन अवधि में बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर 3.44 प्रतिशत रह गईं, जो एक साल पहले समान अवधि में 5 प्रतिशत रही थीं। इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए घटकर 0.74 प्रतिशत रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2.09 प्रतिशत रहा था। मूल्य के हिसाब से बैंक का सकल एनपीए घटकर 21,997.90 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले 30,073.02 करोड़ रुपये रहा था। इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए 12,160.28 करोड़ रुपये से घटकर 4,609.83 करोड़ रुपये रह गया। बैंक का प्रावधान (कर को छोड़कर) और आकस्मिक खर्च बढ़कर 4,604.28 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 3,470.92 करोड़ रुपये रहा था।इमामी का शुद्ध लाभ 45 फीसदी बढ़ा इमामी का कर पश्चात लाभ एकीकृत आधार पर दिसंबर तिमाही में 45 फीसदी बढ़ा। इसका कारण करीब-करीब सभी ब्रांडों की बिक्री में बढ़ोतरी और लागत नियंत्रण के उपाय रहे। तिमाही में कर पश्चात लाभ 208.96 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 144.44 करोड़ रुपये व इससे पहले की तिमाही में 118.45 करोड़ रुपये रहा था। इस अवधि में परिचालन राजस्व 14.88 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 933.61 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। तिमाही के दौरान देसी कारोबार में 16 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई, जिसकी वजह वॉल्यूम में हुई 13 फीसदी की बढ़ोतरी रही। इमामी ने कहा कि अहम ब्रांडों में ठीक-ठाक बढ़ोतरी दर्ज हुई। स्वास्थ्य सेवा से जुड़े ब्रांडों के वॉल्यूम में 13 फीसदी, बोरोप्लस में 21 फीसदी, केश किंग में 16 फीसदी, दर्द निवारक बाम में 12 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई। मेल ग्रूमिंग में भी सुधार हुआ और इसमें सकारात्मक बढ़ोतरी हुई, जिसे फेयर व हेंडसम रेंज को दोबारा पेश किए जाने से सहारा मिला। इमामी की बिक्री में अहम योगदान देने वाले ग्रामीण क्षेत्र का उम्दा प्रदर्शन जारी रहा, हालांकि शहरी बाजारों में भी बढ़त जारी रही। ई-कॉमर्स चैनल में तिमाही के दौरान तीन गुने की बढ़ोतरी हुई। मॉडर्न ट्रेड भी तिमाही के दौरान 51 फीसदी बढ़ा। कंपनी का सकल मार्जिन 210 आधार अंक बढ़कर 70.4 फीसदी रहा जबकि एबिटा में 29 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। एबिटा मार्जिन इस दौरान 390 आधार अंक बढ़कर 36.4 फीसदी पर पहुंच गया। मुनाफा मार्जिन 460 आधार अंकों की बढ़त के साथ 22.4 फीसदी रहा। कंपनी ने 4 रुपये प्रति शेयर का दूसरा अंतरिम लाभांश घोषित किया है।
