एलऐंडटी टेक्नोलॉजी: नए सौदों का शेयर पर दिखा असर | राम प्रसाद साहू / मुंबई January 25, 2021 | | | | |
एक तिमाही अवधि में सार्वाधिक सौदे हासिल करने का कारनामा करने, कई और कारोबारी सौदे कतार में रहने और विभिन्न खंडों में मजबूती कायम रहने की बदौलत एलऐंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज ने दमदार प्रदर्शन किया है। इससे यह भी संकेत मिल रहा है कि इंजीनियरिंग, शोध एवं विकास (ईआरऐंडडी) का सबसे बुरी तरह प्रभावित आईटी खंड अब पटरी पर लौटने लगा है। एलऐंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज ने क्रमागत आधार पर स्थिर विनिमय दर पर 6.6 प्रतिशत दर पर वृद्धि हासिल की है और यह बाजार के 4-5 प्रतिशत अनुमान के मुकाबले बेहतर रहा है। कंपनीने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अपने अनुमान में संशोधन किए हैं।
दिसंबर तिमाही में प्लांट इंजीनियरिंग एवं औद्योगिक उत्पाद खंडों में वृद्धि दर क्रमागत आधार पर 5.5-9.2 प्रतिशत रही। हालांकि सर्वाधिक तेजी दूरसंचार खंड से दर्ज की गई, जिसमें 14.3 प्रतिशत की तेजी आई। इसमें अक्टूबर में अमेरिका की ऑर्केस्ट्रा टेक्नोलॉजी का अधिग्रहण भी शामिल है। हालांकि स्वास्थ्य उपकरणों को छोड़कर सालाना आधार पर लगभग सभी खंडों के राजस्व में गिरावट दर्ज की गई। कंपनी के राजस्व में करीब 30.1 प्रतिशत योगदान देने वाले परिवहन खंड में 3.1 प्रतिशत तेजी दर्ज की गई। कंपनी ने एयरोस्पेस कारोबार में सुधार के संकेत दिए हैं और रक्षा कारोबार ने इसे कारोबार बेहतर बनाने में मदद की है। हालांकि वाणिज्यिक वाहन खंड में लगातार गिरावट दर्ज की गई। परिवहन खंड की हिस्सेदारी एक वर्ष पहले की तिमाही में दर्ज 36 प्रतिशत से कम हो गई।
कंपनी ने कहा कि नए क्षेत्रों, खासकर डिजिटल खंड में, कारोबार अच्छा दिख रहा है और इसका करीब 49 प्रतिशत राजस्व इन्ही क्षेत्रों से आता है। कंपनी के अब तक के प्रदर्शन से यही लगता है कि सभी कारोबारी खंडों में आगे भी कारोबारी ऑर्डर दुरुस्त रहेंगे। इससे कंपनी की वृद्धि दर को, खासकर 2022 में, मजबूती मिल सकती है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 के लिए राजस्व के अपने अनुमान में भी सुधार किया है और इसमें अब केवल 6.5 प्रतिशत कमी की बात कही है। पहले कंपनी ने इसमें 7 से 8 प्रतिशत तक गिरावट की बात कही थी। इस अनुमान से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि मार्च तिमाही में क्रमागत आधार पर वृद्धि दर 3 प्रतिशत रह सकती है। हालांकि विश्लेषकों को लगता है कि यह थोड़ा कम है। यूरोप और जापान में दोबारा लॉकडाउन लगा तो कंपनी के कारोबार पर थोड़ा असर जरूर हो सकता है। क्रमागत आधार पर मजबूत वृद्धि और परिचालन मजबूत रहने से मार्जिन क्रमागत आधार पर 150 आधार अंक बढ़कर 15.2 प्रतिशत हो गया। अधिक उपयोगिता, लागत आदि में कमी की वजह से कंपनी को फायदा पहुंचा। हालांकि वेतन के मद में अधिक खर्च और सब-कॉन्ट्रैक्टर खर्च अधिक होने से लाभ थोड़ा कम रह गया। कंपनी की नजर एक वर्ष पूर्व दर्ज 17 प्रतिशत मार्जिन प्राप्त करने पर है।
विश्लेषकों का कहना है कि कंपनी को जितने फायदे हुए हैं, वे सभी इसके शेयर एवं इसके मूल्यांकन स्तर में दिख चुके हैं। शेयर का मूल्यांकन वित्त वर्ष 2022 की आय का करीब 30 गुना है और महंगा है। मध्यम से दीर्घ अवधि में 10-12 प्रतिशत आय वृद्धि के मद्देनजर शेयरों में गिरावट होने पर लंबी अवधि के लिहाज से कंपनी के शेयर में निवेश किया जा सकता है। वित्त वर्ष 2021 की शुरुआत से अब तक शेयर में 119 प्रतिशत तक तेजी आ चुकी है।
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