ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन क्रिकेट मैदान में भारत की जीत से इस खेल में दर्शकों और विज्ञापनदाताओं की रुचि काफी बढ़ी है। ऐसा उस समय हो रहा है, जब घरेलू क्रिकेट कोविड-19 महामारी के चलते एक साल के अंतराल के बाद वापसी करने जा रहा है। इंगलैंड टेस्ट मैचों, एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों और टी20 मैचों की सीरीज के लिए अगले महीने भारत के दौरे पर आ रहा है। मीडिया योजनाकारों से बातचीत से पता चलता है कि भारत-इंगलैंड टूर्नामेंंट के लिए विज्ञापन दरें पिछले साल के मुकाबले 10 से 15 फीसदी अधिक हैं। पिछले साल भारत दो महीने की द्विपक्षीय सीरीज के लिए न्यूजीलैंड के दौरे पर गया था। मीडिया विशेषज्ञों का कहना है कि भारत पिछले साल न्यूजीलैंड से टेस्ट मैच और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच सीरीज हार गया था, लेकिन यह साल अलग रह सकता है। भारतीय टीम इंगलैंड के साथ टूर्नामेंट में पूरे जोश से उतरेगी और भारतीय दर्शक भी उतने ही उत्साहित हैं। आईपीजी मीडियाब्रांड्स इंडिया में मुख्य कार्याधिकारी शशि सिन्हा ने कहा, 'पिछले साल से क्रिकेट के लिए मांग दबी हुई है क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण भारतीय जमीं पर कोई टूर्नामेंट नहीं खेला गया।' वह कहते हैं, 'क्रिकेट भारत में पसंदीदा खेल है, लेकिन गाबा में जीत से इस खेल को और जोश मिला है। जब भारतीय टीम इंग्लैंड से भिड़ेगी तो उससे बहुत उम्मीदें होंगी। इसका दर्शक संख्या और विज्ञापनों पर सकारात्मक असर होगा।' आगामी भारत-इंगलैंड टूर्नामेंट के दौरान खेल के 28 दिन होंगे। ये भारत-न्यूजीलैंड दौरे के मुकाबले अधिक हैं, जिसमें खेल के केवल 15 दिन ही थे। अगर अन्य द्विपक्षीय सीरीज की बात करेंं। उदाहरण के लिए अक्टूबर-नवंबर 2018 का भारत-वेस्ट इंडीज दौरा, जिसमें खेल के केवल 14 दिन ही थे। इस बाजार पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि खेल के ज्यादा दिन होने का मतलब है कि विज्ञापनों की तादाद अधिक होगी। उन्होंने कहा कि भारत-इंगलैंड सीरीज की प्रसारक स्टार-स्पोट्र्स मजबूत स्थिति में है क्योंकि जनवरी से मार्च ऐसा समय होता है, जब ज्यादातर कंपनियां अपना विज्ञापन कैलेंडर शुरू करती हैं। स्टार स्पोट्र्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष अनिल जयराज ने कहा, 'वाहन, खेल, शिक्षा तकनीक, बीमा और दूरसंचार समेत बहुत सी श्रेणियों की कंपनियों ने भारत-इंगलैंड सीरीज में रुचि दिखाई है।' उन्होंने कहा, 'काफी लंबे अंतराल के बाद क्रिकेट की भारत में वापसी हो रही है और ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम के हाल के प्रदर्शन से दर्शकों में काफी उम्मीदें हैं।' ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल ऑफ इंडिया (बार्क) के आंकड़ों से पता चलता है कि हालांकि क्रिकेट में पुरुषों की ज्यादा रुचि होती है लेकिन द्विपक्षीय सीरीज के दर्शकों में पुरुष, महिला और बच्चे सभी शामिल होते हैं। बार्क का कहना है कि द्विपक्षीय सीरीज के कुल दर्शकों में 46 से 47 फीसदी 15 साल से अधिक उम्र के पुरुष होते हैं, जबकि 53 फीसदी महिलाएं (15 साल से अधिक) और बच्चे (2 से 14 साल) होते हैं। मीडिया योजनाकारों का कहना है कि गेमिंग, फिनटेक और एडटेक स्टार्टअप पिछले साल सितंबर में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की तरह अब भी प्रायोजन सौदों में आगे हैं। आईपीएल के लिए बायजूस और अनएकेडमी को पीछे छोड़कर ड्रीम11 मुख्य प्रायोजक बनी। आईपीएल 2020 के दौरान ड्रीम11 टेलीविजन पर फोनपे, एमेजॉन और बाइजूस के साथ सह-प्रस्तुतकर्ता प्रायोजक बनी। आईपीएल 2020 में विभिन्न श्रेणियों के सहायक प्रायोजक थे इनमें केबल एवं वायर (पॉलिकैब) रोजमर्रा का सामान (प्रॉक्टर ऐंड गैंबल, आईटीसी, मोंडलीज, कोका-कोला), ऑनलाइन रमी (रमी सर्कल) और वित्तीय सेवाएं (एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स ऑफ इंडिया) आदि शामिल थे। संयोग से इस साल आईपीएल अपने गर्मियों के निर्धारित समय पर होगा। यह भारत-इंगलैंड द्विपक्षीय सीरीज के बाद होगा। इसका मतलब है कि आईपीएल की आधिकारिक प्रायोजक स्टार स्पोट्र्स के पास वर्ष 2021 की पहली छमाही में विज्ञापन समय बेचने के लिए एक साथ दो टूर्नामेंट होंगे। कुछ मीडिया योजनाकारों और विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मियों के सीजन में और भी श्रेणियां आएंगी। इलारा कैपिटल के उपाध्यक्ष (अनुसंधान) करण तौरानी ने कहा, 'क्रिकेट की अधिकता के बावजूद इस साल आईपीएल में विज्ञापनदाताओं की कोई कमी नहीं होगी।' वह कहते हैं कि छोटी और बड़ी विज्ञापनदाता आईपीएल में विज्ञापन पर पैसा खर्च करना चाहेंगी। निश्चित रूप से ऐसा लगता है कि क्रिकेट इस साल गर्मियों के सीजन का पसंदीदा रहेगा।
