यूपी की मंडियों में बढऩे लगे प्याज के भाव | सिद्धार्थ कलहंस / लखनऊ January 21, 2021 | | | | |
कमजोर आवक के चलते उत्तर प्रदेश की मंडियों में एक बार फिर से प्याज के दामों में तेजी का दौर शुरू हो गया है। बीते 10 दिनों के भीतर ही प्रदेश की थोक सब्जी मंडियों में प्याज के दाम 18 से 20 रुपये किलो तक बढ़ गए हैं। व्यापारी इसका बड़ा कारण कमजोर आवक को मान रहे हैं। उनका कहना है कि स्थानीय फसल के बाजार आने तक यह तेजी बनी रहेगी।
इस समय जहां थोक बाजार में प्याज की कीमत 30 से 35 रुपये चल रही है वहीं फुटकर बाजारों में यह 40 से 45 रुपये किलो मिलने लगा है। कारोबारियों का कहना है कि पिछले एक हफ्ते के भीतर प्याज के दाम 16 से 18 रुपये प्रति किलो तक बढ़ गए हैं। राजधानी की फतेहगंज, नरही, आलमबाग सहित अन्य फुटकर बाजार में 20-22 रुपये प्रति किलो बिकने वाला प्याज 38-40 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है वहीं थोक बाजार में प्याज 30-35 रुपये किलो बिक रहा है। प्याज की कीमत में आई तेजी अभी कम से कम 15 से 20 दिन तक बरकरार रहने की उम्मीद जताई जा रही है।
आढ़ती वेलफेयर एसोसिएशन और दुबग्गा फल सब्जी मंडी के पदाधिकारियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में नासिक के अलावा राजस्थान के अलवर जिले से प्याज आता है, लेकिन इस वक्त अलवर से काफी कम मात्रा में प्याज आ रहा है। नासिक से प्याज मंगाना महंगा पड़ता है जिसके चलते ज्यादातर सौदे अलवर के लिए ही बुक किए जाते रहे हैं।
थोक कारोबारी फौजान अल्वी का कहना है कि अलवर से प्याज की आपूर्ति में 25 फीसदी की कमी आई है, जबकि नासिक में लगाए गए सौदे के तहत माल आने में कुछ वक्त लगेगा और ये मंहगे दाम पर आएगा। उनका कहना है कि प्रदेश की लोकल मंडी फतेहपुर का प्याज 10-15 दिनों में आने की उम्मीद है। इसके बाद ही प्याज के दाम कम होंगे।
दुबग्गा थोक सब्जी मंडी के कारोबारियों का कहना है कि महंगाई के चलते प्याज की खपत भी घटने लगी है। उनके मुताबिक पहले हर दिन औसतन 45 किलो वाले 100 पैकेट प्याज की बिक्री हो जाती थी, अब प्याज के दाम बढऩे से यह घटकर 30-35 पैकेट पर आ चुकी है।
राजधानी लखनऊ में रोजाना 190-200 क्विंटल प्याज की खपत है। इसलिए इतना ही प्याज रोजाना मंगाया जाता है। स्टॉक के लिए 65 से 80 क्विंटल प्याज मंडी में रखा रहता है।
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